ऋषिकेश : रमन सचदेवा  प्रबन्धक ICICI बैंक ऋषिकेश द्वारा कोतवाली ऋषिकेश में आकर प्रार्थना पत्र दिया कि दिनांक 13.02.2025 को सुरेन्द्र व सन्तोष जनक उनकी आईसीआईसीआई बैंक ऋषिकेश शाखा मे ज्वैलरी (02 कंगन, 01 जोडी झुमकी, 01 ब्रेसलेट) के बदले गोल्ड लोन लेने के लिए आये तथा गोल्ड लोन एक्सपर्ट हिमान्शु रस्तोगी द्वारा  ज्वैलरी की जाँच करने पर  ज्वैलरी नकली पाई गई, सुरेन्द्र व सन्तोष जनक द्वारा नकली सोने को असली बताकर धोखाधडी करके गोल्ड लोन लेना चाहते थे तथा इससे पहले भी सुरेन्द्र ने 336000/-रु0 का और सन्तोष जनक ने 803175/-रु0 का लोन नकली सोने पर इसी शाखा से धोखाधडी करके लिया हुआ है। प्राप्त तहरीर के आधार पर तत्काल कोतवाली ऋषिकेश पर मु0अ0सं0 83/2025 धारा 318(4)/3(5) BNS के तहत अभियोग पंजीकृत किया गया ।

 

घटना की गंभीरता के दृष्टिगत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून द्वारा अभियुक्त की गिरफ्तारी हेतु प्रभारी निरीक्षक ऋषिकेश को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए, जिसके क्रम में कोतवाली ऋषिकेश पुलिस द्वारा दोनो अभियुक्तो के संबंध में सुरागरसी/ पतारसी करते हुए जानकारियां एकत्रित की गई एवं दि0 13.02.25 को दोनों अभियुक्तों (1)- सुरेन्द्र पुत्र भगवान सिह (2)- सन्तोष जनक पुत्र विजेन्द्र सिह को गिरफ्तार किया गया। 

 

 

पूछताछ में अभियुक्त संतोष जनक ने बताया कि वह आगरा में गाइड का काम करता था तथा वही उसकी मुलाकात अभियुक्त राजेंद्र से हुई थी जो लेबरी का काम करता था, उनके द्वारा पूर्व में भी नकली ज्वेलरी से बैंक से गोल्ड लोन लिया था, इस बार भी वह दोनों नकली ज्वेलरी से गोल्ड लोन लेने के लिए बैंक में आए थे। अभियुक्तों के आपराधिक इतिहास की जानकारी की जा रही है।

 

 

error: Content is protected !!