उत्तराखंड : 38वें राष्ट्रीय खेल के चौथे दिन, जिमनास्टिक में महाराष्ट्र ने अपनी धाक जमाई। महिला और पुरुषों के विभिन्न वर्गों में महाराष्ट्र ने शानदार प्रदर्शन करते हुए कई स्वर्ण पदक अपने नाम किए।
एक्रोबेटिक जिम्नास्टिक के महिला समूह (सीनियर) में महाराष्ट्र ने स्वर्ण पदक(61.730) जीतने का गर्व महसूस किया, जबकि पश्चिम बंगाल(51.540) ने रजत और कर्नाटक(42.750) ने कांस्य पदक प्राप्त किया। वहीं, पुरुषों के समूह (सीनियर) में भी महाराष्ट्र ने 64.650 अंकों के साथ स्वर्ण पदक जीता, जबकि केरल(61.210) और कर्नाटक(53.740) ने क्रमशः रजत और कांस्य जीते।
एक्रोबेटिक जिम्नास्टिक मिक्स्ड जोड़ी (सीनियर) में महाराष्ट्र के रिद्धि सचिन जैसवाल और शुभम सुनील सरकते ने 52.250 अंकों के साथ स्वर्ण पदक हासिल किया, जबकि केरल(47.720) और कर्नाटक(46.830) ने रजत और कांस्य पदक अपने नाम किए।
महिला जोड़ी (सीनियर) में महाराष्ट्र की निक्षिता सुरेश और रुतुजा दत्तात्रय ने 51.250 अंक हासिल करके स्वर्ण पदक जीता। पश्चिम बंगाल(44.700) ने रजत और केरल(43.500) ने कांस्य पदक प्राप्त किया।
पुरुष जोड़ी (सीनियर) में कर्नाटक के अक्कला कुमार और कुतुबुद्दीन शेख ने 62.050 अंक हासिल कर स्वर्ण पदक जीता, जबकि महाराष्ट्र(61.020) और हरियाणा(59.840) ने क्रमशः रजत और कांस्य पदक प्राप्त किए।
ट्रैम्पोलिन जिमनास्टिक के महिला वर्ग में आंध्र प्रदेश की शेख़ यासिन ने 39.790 अंक प्राप्त कर स्वर्ण पदक जीता, जबकि महाराष्ट्र की चैत्राली रखमाजी(39.280) ने रजत और गुजरात की प्रीति महेशभाई(37.800) ने कांस्य पदक हासिल किया।
पुरुषों के ट्रैम्पोलिन जिमनास्टिक में महाराष्ट्र के आयुष संजय मुले ने 48.740 अंक के साथ स्वर्ण पदक जीता, जबकि केरल के मनु मुरली(46.150) और उत्तराखंड के उदीत चौहान(45.070) ने क्रमशः रजत और कांस्य पदक हासिल किए।
इस दिन के परिणामों ने यह साबित कर दिया कि महाराष्ट्र जिमनास्टिक में अपना दबदबा बनाए हुए है। अन्य राज्यों के एथलीटों ने भी उत्कृष्ट प्रदर्शन किया, जो भारतीय जिमनास्टिक के उज्जवल भविष्य का संकेत हैं।