जिलाधिकारी हिमांशु खुराना की अध्यक्षता में शिक्षा अभियान के अन्तर्गत गठित जिला स्तरीय स्टीयरिंग कमेटी की बैठक हुई। जिसमें बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान के सृजन पर जोर दिया गया। इस दौरान समग्र शिक्षा, पीएम श्री, निपुण भारत मिशन, पीएम पोषण अभियान के अन्तर्गत संचालित गतिविधियों के साथ ही जनपद स्तर पर संचालित समर्थ गांव योजना की विस्तृत समीक्षा की गई।
जिलाधिकारी ने कहा कि बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान (एफएलएन) के लिए बेसिक स्तर पर समुचित वातावरण का सृजन किया जाए। बुनियादी शिक्षा को मजबूत बनाने के लिए कार्ययोजना तैयार करते हुए उसका प्रभावी क्रियान्वयन करें। प्राथमिक विद्यालयों का रेन्डम बेसिस पर चयन करते हुए बेसिक साक्षरता का मूल्यांकन किया जाए और इसमें जो भी कमियां मिले उनको दूर करें।
जिलाधिकारी ने मुख्य शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया कि विद्यालयों में मानकों के अनुसार छात्र संख्या के आधार शिक्षकों की तैनाती की जाए। जिले में सुगम व दुर्गम विद्यालयों का ठीक से निर्धारण के लिए पुनः सर्वेक्षण किया जाए। समग्र शिक्षा एवं पीएम श्री के अन्तर्गत विद्यालयों में प्लानिंग के साथ मरम्मत एवं अन्य निर्माण कार्य किए जाए। जिससे छात्रों को सुरक्षित एवं सीखने का प्रेरक माहौल मिले।
जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि दैवीय आपदा में क्षतिग्रस्त विद्यालय के लिए आवंटित बजट का प्लानिंग के साथ पूरी तरह सदुपयोग में लाया जाए। सभी खंड शिक्षा अधिकारी संचालित निर्माण कार्यो की गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखें। जिला योजना के अन्तर्गत कार्यदायी संस्थाओं के माध्यम से संचालित कार्यो की भी नियमित मॉनिटरिंग की जाए।
बैठक में मुख्य शिक्षा अधिकारी कुलदीप गैरोला, डायट के प्राचार्य एलएस बडवाल, बेसिक शिक्षा अधिकारी धर्म सिंह रावत, बीईओ दशोली पंकज उप्रेती, अजीम प्रेमजी फाउण्डेशन से जगमोहन चोपता सहित वर्चुअल माध्यम से सभी विकास खंडों से खंड शिक्षा अधिकारी एवं समग्र शिक्षा के जिला समन्वयक उपस्थित थे।