हरिद्वार : (वरिष्ठ पत्रकार ठाकुर मनोजानन्द) कनखल दक्ष रोड स्थित श्री माधव आश्रम में भक्तजनों के बीच अपने श्रीमुख से ज्ञान की वर्षा करते हुए परम पूज्य श्री श्री आनंदमयी साधना मां ने कहा हमें मानव शरीर मिलने का मतलब यह है कि ईश्वर ने हमें किसी विशेष कार्य के लियें चुना है तथा उस कार्य को पूर्ण करने के लियें मानव शरीर दिया है अन्यथा इस पृथ्वी पर करोड़ जीव विचलन कर रहे हैं किंतु उन सब में मनुष्य जीवन सबसे श्रेष्ठ है ईश्वर ने सभी को कोई ना कोई विशेष गुण प्रदान किया है इस संसार में जो भी आया है वह कोई ना कोई विशेष कार्य करने के लियें आया है इसलिये खुद को समय रहते पहचानो और उस ईश्वर के द्वारा दिखाये हुए विशेष गुण को पहचानते हुए अपने मानव जीवन को सार्थक करो आपको ईश्वर ने जो गुण दिया है उसके माध्यम से अपने मानव जीवन को सार्थक बनाओ इन सब में हमारे सतगुरु का मार्ग दर्शन पावन है हमारे ज्ञान चक्षु खोलने में हमारी मदद करता है सतगुरु के मार्गदर्शन के बिना इस पृथ्वी पर ईश्वर का भी कार्य सफल नहीं हो पता है इसलिये सतगुरु के बतायें मार्ग पर चलें सतगुरु द्वारा दिखाया गया मार्ग आपके जीवन को सार्थक कर देगा आपके मानव जीवन को धन्य कर देगा और इस सृष्टि में एक विशेष व्यक्तित्व के रूप में आपकी पहचान होगी दूसरे लोग आपके जीवन से प्रेरणा लेंगे सिर्फ आवश्यकता है अपने गुण को पहचानने की और अपने आप को पहचानने की