हरिद्वार :  (वरिष्ठ पत्रकार ठाकुर मनोजानंद) सप्त सरोवर रोड भूपतवाला स्थित दीप्ति कुटीर आनन्दवन आश्रम में परम पूज्य गुरुदेव ब्रह्मलीन श्री यति योगेश्वरी महाराज की 21 वीं पावन पुण्यतिथि बड़े ही धूमधाम हर्षोल्लास के साथ संत महापुरुषों की गरिमा मय उपस्थित के बीच मनायी गई इस अवसर पर बोलते हुए महंत सत्यव्रतानन्द महाराज ने कहा सतगुरु इस पृथ्वी लोक पर पावन गंगाधार के समान है जिनके दिव्य कल्याणकारी पावन वचन हमारे मनुष्य जीवन को सार्थक कर देते इस अवसर पर बोलते हुए दीप्ति कुटीर आनन्दवन आश्रम के महंत परम पूज्य स्वामी योगेश्वरानन्द सरस्वती जी महाराज ने कहा सतगुरु इस पृथ्वी लोक पर ज्ञान का विशाल सागर होते हैं जिनके ज्ञान रूपी सरोवर में स्नान करने से हम लोगों का जीवन धन्य हो जाता है और यह हमारा मानव जीवन सार्थक हो जाता है इस अवसर पर बोलते हुए श्री महंत विष्णु दास महाराज ने कहा परम पूज्य ब्रह्मलीन साध्वी माता यति योगेश्वरी जी महाराज एक तपस्वी परम ज्ञान मूर्ति संत थी उनकी 21वीं पवन पुण्यतिथि के अवसर पर हम उन्हें अपने श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए शत-शत नमन करते वे लोग बड़े ही भाग्यशाली होते हैं जिन्हें सतगुरु की पावन शरण प्राप्त होती है सतगुरु के पावन वचनों की सार्थकता मनुष्य के जीवन का कल्याण कर देती है इस अवसर पर बोलते हुए महंत सूरज दास महाराज ने कहा इस पृथ्वी लोक पर सतगुरु के पावन वचनों का तेज सूर्य के तेज के सामान है जो हमारे मन मस्तिष्क से अज्ञानता का अंधकार को दूर कर उसमें ज्ञान का उदय कर देते हैं इस अवसर पर बोलते हुए श्री महंत दुर्गादास जी महाराज ने कहा गुरु बिना ज्ञान नहीं और ज्ञान बिना यह मनुष्य जीवन सार्थक नहीं इस पृथ्वी लोक पर सतगुरु साक्षात ईश्वर के प्रतिनिधि के रूप में अवतरित होते हैं और धर्म कर्म के माध्यम से हमारे जीवन को सार्थक करते हैं

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