*कैम्प कार्यालय में आयुक्त श्री दीपक रावत ने जनपद पिथौरागढ एवं अल्मोडा के जलजीवन मिशन के अन्तर्गत कार्यदायी संस्थाओं द्वारा किये जा रहे कार्यों के प्रगति की अधिकारियों के साथ समीक्षा की।*
*जनपद पिथौरागढ में 443 ग्रामों एवं जनपद चम्पावत में 106 ग्रामों में जलजीवन मिशन के अन्तर्गत प्रत्येक परिवार को कनेक्शन के साथ ही जल भी उपलब्ध करा दिया गया है।*

समीक्षा में उपस्थित जलजीवन मिशन के अधिकारियों से आयुक्त श्री रावत ने कहा कि प्रोजेक्ट को तेजी से पूरा किया जाए एवं क्वालिटी में भी कोई कंप्रोमाइज नहीं किया जाए। उन्होंने कहा 2024 तक इस योजना को पूर्ण कर प्रत्येक परिवार के घर तक नल का कनेक्शन के साथ ही जल उपलब्ध कराना है। इसके लिए पर्वतीय क्षेत्रों में जहां जल की समस्या से ग्रामीण इलाकों मे परेशानियां है उन स्थानों पर भविष्य के लिए दूरगामी प्रोजेक्ट बनाकर कार्य किया जाए ताकि इन पर्वतीय क्षेत्रों मे जल की परेशानियों से निजात मिले और तभी हम जलजीवन मिशन के उददेश्य में सफल होंगे।
समीक्षा दौरान जलजीवन मिशन के नोडल अधिकारी/ अधीक्षण अभियंता आर.के जैन ने बताया कि जनपद पिथौरागढ में 443 ग्रामों को इस योजना से जोड दिया गया है। ग्राम के प्रत्येक परिवार के घर तक नल का कनेक्शन के साथ ही स्वच्छ जल उपलब्ध करा दिया गया। उन्होंने कहा जनपद पिथारागढ में जलजीवन मिशन के अन्तर्गत 74 प्रतिशत योजनाओं को प्रथम फेज में पूर्ण कर लिया गया है शेष द्वितीय फेज मे पूर्ण कर लिया जायेगा। समीक्षा के दौरान श्री जैन ने कहा कि जलजीवन मिशन के कार्यों में जनपद पिथौरागढ अव्वल स्थान पर है। उन्होंने कहा कि 5 करोड की अधिक लागत के जलजीवन मिशन के 6 योजनाओं का टेंडर प्रक्रिया पूर्ण कर ली है जल्द ही इन योजनाओं पर कार्य प्रारम्भ दिया जायेगा।
जनपद चम्पावत की समीक्षा के दौरान अधिशासी अभिंयता बिलाल युनुस ने बताया कि जनपद चम्पावत के 106 ग्रामों को इस योजना से जोड दिया गया है। गावं के प्रत्येक परिवार को नल के कनेक्शन के साथ ही शुद्व जल उपलब्ध करा दिया गया है। उन्होंने कहा कि जलजीवन मिशन के अन्तर्गत चम्पावत में प्रथम फेज का कार्य पूर्ण कर लिया गया है, शेष कार्यों पर टंेडर प्रक्रिया कर दी है जल्द ही कार्य प्रारम्भ कर दिया जायेगा।
समीक्षा मेें महाप्रबन्धक जलसंस्थान पिथौरागढ डीके सिंह, मुख्य अभियंता कुमाऊं पेयजल निगम ओम प्रकाश,अधिशासी अभिंयता चम्पावत वीके पाल, संयुक्त निदेशक अर्थसंख्या राजेन्द्र तिवारी के साथ ही अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।