विश्व हिन्दू परिषद ने जोशीमठ में भू–धंसाव के कारण आपदा प्रभावित लोगों तक कम्बल, खाद्य सामग्री तथा दैनिक उपयोग की वस्तुओं का वाहन रवाना किया हैं। समाज सेवा में सदैव तत्पर रहने वाले विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकर्ता आपदा प्रभावितों के लिए राहत सामग्री भेजने में जुट गया है।

विश्व हिन्दू परिषद के माध्यम से भेजी जा रही राहत सामग्री के वाहन को प्राचीन अवधूत मण्डल आश्रम के पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर स्वामी रुपेंद्र प्रकाश ने मंगल तिलक के साथ नारियल फोड़ कर रवाना किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा आदि शंकराचार्य द्वारा स्थापित प्रथम ज्योतिर्मठ वर्तमान जोशीमठ आज विषम परिस्थितियों में है। इन विकट भौगोलिक परिस्थितियों में रह रहें पहाड़ के भाइयों की पीड़ा को कम करने के लिए विश्व हिन्दू परिषद के साथ सन्त समाज भी सदैव तत्पर है।

विश्व हिन्दू परिषद के प्रान्त संगठन मंत्री अजय कुमार ने कहा देवभूमि उत्तराखण्ड के पवित्र चारों धाम वर्ष भर खुले रहें, उसके लिए निर्माण कार्य में नियमों व प्रावधानों का पालन होना चाहिए। यदि इस कार्य से कहीं आपदा आ रही है या लोगों के जीवन को संकट हो रहा है तो प्रोजेक्ट कर रही कंपनियों या राज्य सरकारों को ऐसा प्रावधान करना चाहिए कि लोगों का जीवन संकट में न पड़े। उनके जीवन में अंधेरा न आए, यह सबकी सामूहिक जिम्मेदारी होनी चाहिए। उन्होंने आह्वान किया कि सरकार के साथ-साथ अन्य गैर सरकारी संस्थानों, ट्रस्टों व आश्रमों को भी इस विकट समय में बढ़-चढ़कर मदद करनी चाहिए। बजरंग दल के प्रान्त संयोजक अनुज वालिया ने कहा कि जोशीमठ में भू–धंसाव के कारण आपदा में लोगों की जिन्दगी भर की कमाई, व्यापार, घर-बार, पूंजी सब नष्ट हो गया है, सैकड़ों परिवार बेघर हो गए हैं। इस विषय पर सरकार को पूरी जिम्मेदारी से कार्य योजना बनानी चाहिए।विश्व हिन्दू परिषद के हरिद्वार विभाग के अध्यक्ष बलराम कपूर ने कहा कि जोशीमठ के जो प्रभावित परिवार भू–धंसाव के कारण घर से बाहर रहने के लिए विवश हैं, उन्हें प्राथमिकता के साथ राहत सामग्री दी जायेगी। भविष्य में यदि और अधिक सामग्री की आवश्यकता होगी, तो विश्व हिन्दू परिषद यह प्रयास निरंतर जारी रखेगा।

इस अवसर पर प्रमुख रुप से संगठन मंत्री कुलदीप पंचोली, संगठन मंत्री मोहित, संजय वर्मा, प्रमोद पाल, भूपेन्द्र सैनी, नवीन तेश्वर, बलराम कपूर, जीवेंद्र तोमर, ललित राजपूत आदि अनेक कार्यकर्ता उपस्थित रहें।