जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने राजस्व स्टाफ की मासिक समीक्षा बैठक ली। उन्होंने निर्देशित किया कि लंबित राजस्व वादों, मुख्य एवं विविध देयकों की वसूली, आपराधिक मामलों, सेवानिवृत्त कार्मिकों के पेंशन प्रकरणों एवं जन शिकायतों के निस्तारण में तेजी लाई जाए। इस दौरान वाणिज्य कर, स्टांप तथा निबंधन, आबकारी, परिवहन कर, वन, खनन, भू-राजस्व, रेवन्यू पुलिस, फौजदारी, शमन आदि मामलों के साथ-साथ एसडीआरएफ के अन्तर्गत संचालित कार्यो की समीक्षा भी की गई और संबधित अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश दिए गए।

जिलाधिकारी ने तहसील स्तरों पर दायर एवं निस्तारित वाद की समीक्षा करते हुए 06 माह से अधिक लम्बित वादों का प्राथमिकता पर निस्तारित करने और तहसील स्तर पर नियमित स्टॉफ बैठक आयोजित करने के निर्देश दिए। तहसील थराली के अन्तर्गत अधिकांश आपराधिक मामलों को देखते हुए एसडीएम को इसके कारणों की जांच करने को कहा। जिलाधिकारी ने कहा कि सेवानिवृत्त हुए किसी भी कर्मचारी के पेंशन प्रकरण लंबित न रहे। पेंशन प्रकरणों भेजने से पूर्व कोषागार से परीक्षण कराया जाए। ताकि अनावश्यक आपत्ति में पेंशन प्रकरण लंबित न रहे। इस दौरान तहसील स्तर पर आवासीय भवनों के निर्माण, नगर पालिका के अन्तर्गत सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट की अद्यतन स्थिति एवं तहसील स्तरीय प्राप्त शिकायत एवं अन्य समस्याओं के निस्तारण के निर्देश भी दिए गए।

इस दौरान बताया गया कि जिले में कुल 1263 राजस्व ग्राम में से नियमित पुलिस के अन्तर्गत 771 तथा राजस्व पुलिस के अन्तर्गत 492 ग्राम है। जिसमें 331 ग्राम प्रहरी कार्यरत है। राजस्व क्षेत्रों में इस वर्ष घटित 8 एवं पूर्व में लंबित 6 अपराधों सहित कुल 14 मामले दर्ज है। जिसमें से 07 नियमित पुलिस को हस्तांतरित, दो में अरोप पत्र तथा 05 प्रक्रिया चल रहे है। नागरिक पुलिस क्षेत्रान्तर्गत हत्या, डकैती, बलात्कार आदि मामलों में 52 अपराध दर्ज हुए है। फौजदार के 104 मामलों में से 22 निस्तारित हो चुके है। तहसील स्तर पर 400 राजस्व वादों में से 268 का निस्तारण कर लिया गया है। मुख्य देयकों की शत प्रतिशत वसूली तथा विविध देयकों में 91 प्रतिशत वसूली की गई है।

बैठक में अपर जिलाधिकारी अभिषेक त्रिपाठी, मुख्य कोषाधिकारी मामूर जहॉ, संयुक्त मजिस्ट्रेट डा.दीपक सैनी, एसडीएम संतोष पाण्डे, एसडीएम कमलेश मेहता, एसडीएम कुमकुम जोशी, एसडीएम रवीन्द्र ज्वांठा, सभी तहसीलों के तहसीलदार व नायब तहसीलदार सहित राजस्व विभाग के विभिन्न पटलों के पटल सहायक उपस्थित थे।

You missed

error: Content is protected !!