उत्तराखण्ड महिला कांग्रेस की अध्यक्षा ज्योति रौतेला के नेतृत्व में सैकड़ों महिला कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उत्तराखण्ड की बेटी अंकिता भण्डारी की हत्या, मंत्री प्रेमचन्द अग्रवाल द्वारा सरेआम एक युवक के साथ मारपीट किये जाने एवं देश को गौरवान्ति करने वाली महिला पहलवानों को न्याय दिलाये जाने को लेकर प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय से घण्टाघर तक मशाल जुलूस निकाकर अपना रोष व्यक्त किया। इस अवसर पर अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की अध्यक्षा नेटा डिसूजा ने कहा कि केन्द्र सरकार की नाकामियों के कारण देश आज नाजूक स्थिति से गुजर रहा है। उन्होंने कहा कि खुलेआम कानून की धज्जियां उडाई जा रही हैं। कांग्रेस पार्टी जनविरोधी नीतियों का सड़क से लेकर सदन तक लगातार उठाती रहेगी। उन्होंने कहा कि जिस अलोकत्रांत्रित तरिके से कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष श्री राहुल गांधी की सदस्यता को समाप्त करने का काम किया गया है वह स्वच्छ लोकतंत्र के लिए घातक सिद्व होगा। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार विपक्ष की आवाज को लगातार दबाने का प्रयत्न कर रही है। डिसूजा ने कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार अपने नाकामियों को छुपाने के लिए ईडी और सीबीआई का सहारा लेकर विपक्ष को डराने और धमकाने का काम कर रही है। जिसका कांग्रेस का एक-एक कार्यकर्ता डठकर मुकाबला करेगा। उन्होंने कहा उत्तराखण्ड में जिस प्रकार भाजपा के राज में महिलाओं के साथ अत्याचार हो रहे हैं उसे पूरा देश देख रहा है।
डिसूजा ने कहा कि विपक्ष अपनी बात अहिंसात्मक रूप से जनता के बीच में ले जायेगी। उन्होंने कहा कि विकास ठप्प पड़ा है, बेरोजगारी चरम पर है, मंहगाई आशमान छू रही है, देश की अर्थव्यवस्था चौपट है इन तमाम मुद्दों से देश की जनता का ध्यान भटकाने के लिए केन्द्र सरकार इस तरह के घिनौेने हथकण्डे अपना रही है। ताकि डर के मारे कोई आवाज ना उठा सके। उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने पिछले साड़े आठ वर्षों में देश को जिस बदहाली तक पहुंचा दिया है उससे आज देश में बेरोजगारी चरम स्तर पर है, देश के सारे सार्वजनिक उपक्रमों को मोदी सरकार बेचने में लगी है। महंगाई ने आम आदमी का जीवन दूभर कर दिया है और इन सब मुद्दों से जनता का ध्यान बंाटाने के लिए पूरे देश को नफरत की आग में झोंकने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में पिछले छह सालों में भाजपा की राज्य सरकार ने प्रदेश को हर क्षेत्र में पीछे धकेल दिया है। बेरोजगारी पिछले पचास वर्षों में सबसे ऊंचे स्तर पर है, राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों के नौजवानों में सरकार की उपेक्षा के खिलाफ जबरदस्त आक्रोश है।
इस असवर पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्ध्यक्ष करन माहरा ने महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सुश्री नेटा डिसूसा का प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में पुष्पगुछ देकर स्वागत किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड की मातृशक्ति अपने हकों के लिए लड़ना जानती है। उत्तराखण्ड की बेटी अंकिता हत्याकाण्ड में राज्य की महिलाओं ने बहुत बड़ी लड़ाई लड़ने का काम कियां। परन्तु राज्य सरकार ने उनके लड़ाई को कुचलने की कोई भी कसर नही छोड़ी पर राज्य की साहसी महिलाओं ने निडर होकर सरकार और पुलिस के साथ टक्कर लेने का काम किया, मैं उन बहादुर महिलाओं को साधुवाद देना चाहता हॅू। उन्होंने कहा कि देश का नाम रोशन करने वाले पहलवान महिलायें विगत कई दिनों से देश की राजधानी में अपने शोषण के खिलाफ न्याय के लिए धरने में बैठे है पर उन्हें न्याय नही मिल रहा है। उन्होंने कहा जिस नेता पर पहलवान महिलाओं ने आरोप लगाया है वह भाजपा के सासंद है, इसलिए अभीतक गिरफतार नही किया गया है, जो लोकतंत्र के लिए अच्छे संकेत नही है।
महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्षा ज्योति रौतेला ने कहा कि राज्य में अभी तक जितनी भी भर्तियां की गई हैं उन सभी भर्तियों के घोटालों में सत्ताधारी दल के लोगों की संलिप्तता स्पष्ट रूप से देखने को मिली है तथा जांच के नाम पर लीपापोती की जा रही है। भर्ती घोटाला तंत्र सरकार के संरक्षण में फल फूल रहा है तथा राज्य के बेरोजगार नौजवानों का हक मारा जा रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी सभी भर्तियों की जांच उच्च न्यायालय के सिटिंग जज की निगरानी में सीबीआई से करवाये जाने की मांग लम्बे समय से कर रही है परन्तु राज्य सरकार ने जिस प्रकार का रवैया अपनाया हुआ है उससे उसकी नीयत में खोट नजर आ रही है।
इस असवर पर प्रदेश महिला उपाध्यक्ष नजमा खान, आशा मनोरमा डोबरियाल, महानगर अध्यक्ष ड़ा0 जसविन्दर सिंह गोगी, अल्कापाल ,मीना रावत, चन्द्रकला नेगी, पुष्पा पंवार, अनुराधा तिवाडी, मीना बिष्ट, गायत्री देवी, शाशिबाला कनौजिया, महानगर महिला कांग्रेस की अध्यक्ष उर्मिला थापा, शिवनी थपलियाल, अंशुल त्यागी, सोनिया आनन्द, शान्ति रावत, सविता सोनकर, सर्वेश्वरी, लक्ष्मी, पूनम कैन्त्यूरा, दिब्या रावत, ऐश्वर्या, रश्मि पटवाल, कृष्णा, सुमन, रजनी रावत, कमला रावत, सुमन रानी, रश्मि, किरन, कमला देवी, सुनीता देवी, उर्मिला देवी, पार्वती देवी, सरस्वती रतूड़ी आदि उपस्थित थे।