प्रयागराज, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद एवं मां मंसादेवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री महंत रविंद्र पुरी महाराज ने कहा कि सनातन धर्म आपके आस्थावान दृष्टिकोण को दर्शाता है। सनातन धर्म भारतीय संस्कृति और परंपराओं का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और इसके अनुयायी अपने जीवन का मार्गदर्शन मानते हैं। उन्होंने कहा कि विभिन्न लोग और समाज विभिन्न धर्मों और विश्वासों के अनुसार अपने जीवन को अर्थपूर्ण बनाने का प्रयास करते हैं।लेकिन धर्म का महत्व व्यक्तिगत अनुभव, आस्था और समाज की संस्कृति पर आधारित होता है।
महामंडलेश्वर स्वामी हरी चेतनानंद महाराज ने कहा कि अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्री महंत रवींद्र पुरी महाराज के सानिध्य में महाकुंभ मेला 2025 सह कुशल संपूर्ण होने की दिशा मेंअग्रसर है।उन्होंने कहा कि लाखों करोड़ों सनातनियों की आस्था का केंद्र प्रयागराज में होने वाला महाकुंभ है। जिसे बड़ी ही कार्य कुशलता के साथ 13 अखाड़े को साथ लेकर निर्विघ्न संपन्न करने की और बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे अध्यक्ष के सानिध्य में होने वाला महाकुंभ दिव्य और भव्य रूप से पूर्ण होगा।
श्री पंचायती निरंजन अखाड़े के सचिव श्री महंत राम रतन गिरी ने कहा कि महाकुंभ मेला हमारे धर्म की आस्था का केंद्र है जिसे पूरे विश्व भर के लोग मानते हैं। उन्होंने कहा कि महाकुंभ जैसे इस आस्था के संगम में जो भी श्रद्धालु डुबकी लगा लेते हैं उसका भव बेड़ा पार हो जाता है। इस अवसर पर श्री महंत ओमकार गिरी, श्री महंत दिनेश गिरी, श्री महंत राधे गिरी, महंत राकेश गिरी, महंत राजगिरी, आदि के संग अन्य संत महापुरुष मौजूद रहे।