जिला प्रेस क्लब हरिद्वार अध्यक्ष राकेश वालिया और उनके पौत्र रक्षित वालिया पर कुछ थकातिथ पत्रकार द्वाराआरोप लगाकर “झूठी अफवाह फैलाई जा रही हैं का मामला तूल पकड़ रहा हैं। जिसको लेकर अखाड़े के आचार्य, महामंडलेश्वर,और श्री महंतों ने उक्त आरोपी का खंडन करते हुए अपने बयान जारी किए हैं। और लगाए जा रहे आरोपों को निराधार बताया है।
आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलशा नन्द गिरी महाराज ने कहा है कि झूठे आरोप लगाकर जिला प्रेस क्लब अध्यक्ष राकेश वालिया और उनके पौत्र रक्षित वालिया की मान प्रतिष्ठा कों धूमिल करने की कोशिश की जा रही हैं ऐसे लोगो के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जानी चाहिए।
उन्होंने कहा की समाज में भ्रम और गलत जानकारी फैलाने वालों पर सख्त कदम उठाये जाने चाहिए । उन्होंने आरोपों का खंडन करते हुए कहा हैं की गलत जानकारी फैलाने या अफवाहों को बढ़ावा देने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए हम इन पर लगे सभी आरोपों कों निराधार और मिथ्या मानते हैं और इनका खंडन भी करते हैं।
अखाड़ा सचिव श्री महंत राम रतन गिरी महाराज ने कहा कि समाज में जिस व्यक्ति की मान प्रतिष्ठा बढ़ जाती हैं तो उसे धूमिल करने वाले लोग मान प्रतिष्ठा कों हानि पहुंचाने का प्रयास करने लगते हैं।हमारे राकेश वालिया निरंजनी अखाड़े के हनुमान हैं। और उनपर आरोप लगाना सही नहीं हम सभी आरोपों का खंडन करते हैं।उन्होंने कहा की ऐसे लोगो कों सबक जरूर मिलना चाहिए।उन्होंने कहा की किसी कों कोई हक नहीं के वो किसी के सम्मान और प्रतिष्ठा को नुकसान पहुँचाये ऐसे लोगों को उनके कृत्यों के लिए कड़ी सजा दी जानी चाहिए और सलाखों के पीछे भेजना चाहिए।
महामंडलेश्वर स्वामी आदियोगी पुरी ने कहा कि हमारे भारतवर्ष में कर्म को प्रधान कहा गया है और हमारे राकेश वालिया प्रयागराज महाकुंभ में अपना कर्म कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राकेश वालिया सभी संतो के प्रिया हैं पिछले 40 वर्षों से अधिक समय से यह संतों की सेवा कर रहे हैं। आज तक इन पर ऐसा आप किसी ने नहीं लगाया उन्होंने कहा कि ऐसे भ्रामक और झूठी अफवाहें फैलाने से किसी भी व्यक्ति का किरदार नहीं बदलता। इस सृष्टि का नियम हैं जो बोयेगा वही खायेगा। बुरे कर्म करने वाले का अंत भी बुरा होता है। उन्होंने कहा कि राकेश वालिया और रक्षित बलिया पर लगे आरोपों का हम खंडन करते हैं।