रुद्रप्रयाग : जिलाधिकारी सौरभ गहरवार की अध्यक्षता में विकास भवन सभागार में जनसंवाद/जनता मिलन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विभिन्न विभागों से संबंधित कुल 33 शिकायतें दर्ज की गई। इनमें 20 शिकायतों का मौके पर ही निराकरण किया गया जबकि शेष शिकायतों का निस्तारण करने के लिए संबंधित विभागों को प्रेषित किया गया। इस दौरान उन्होंने पूर्व के जनता दरबारों में प्राप्त शिकायतों की भी समीक्षा की। लंबित एक शिकायत के तत्काल निराकरण के निर्देश स्वास्थ्य विभाग को दिए।
आयोजित जनता मिलन कार्यक्रम में बुढ़ना निवासी सुरेश शाह ने बताया कि फतेडू से धान्यों सड़क मार्ग निर्माण के दौरान मलबा गिरने के चलते उनका मकान एवं शौचालय क्षतिग्रस्त हो गया है। बावई निवासी देवी रावत ने दुर्गाधार बावई तिलवाड़ा सड़क निर्माण के दौरान पुश्ता उनके घर के ऊपर गिरने की शिकायत की। जखोली निवासी बच्चू लाल ने कान्दी निवासी बलवीर लाल ने बताया कि उनका पुत्र भीमबली में दुकान लगाता था बीते दिनों अतिवृष्टि के दौरान उनकी दुकान क्षतिग्रस्त हो गई जबकि बेटे का पैर भी टूट गया, उन्होंने इसके लिए जिलाधिकारी से मुआवजे की मांग की। जयमंडी ग्राम पंचायत के लोगों ने कहा कि जयमंडी का कुछ हिस्सा नगर पालिका रुद्रप्रयाग का हिस्सा पिछले परिसीमन में शामिल है और इसी के अनुसार वहां रास्ते निर्माण से लेकर अन्य विकास कार्य हो रहे हैं लेकिन इस परिसीमन में क्षेत्र को पालिका से बाहर कर दिया है जिससे उक्त रास्तों की देखरेख एवं मरम्मत कार्य बाधित होंगे। फतेहपुर निवासी प्रदीप चन्द्र ने बताया कि उनके ग्राम सभा की चार किलोमीटर लंबी पेयजल लाईन 45 साल पुरानी है और बरसात में लगातार क्षतिग्रस्त हो रही है उन्होंने लाईन को जल जीवन मिशन के अंतर्गत दुरुस्त करवाने की मांग की।
सीएम हेल्पलाइन में दर्ज शिकायतों की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने संबंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि एल-1 एवं एल-2 के स्तर पर जो भी शिकायतें लंबित हैं उनका निस्तारण तत्परता से करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि विभिन्न विभागों में एल-1 पर 158 तथा एल-2 पर 42 शिकायतें निस्तारण हेतु लंबित हैं। जिलाधिकारी ने सीएम हेल्पलाइन में प्राप्त शिकायतों का निस्तारण भी शीघ्रता से सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जिन आवेदन पत्रों पर स्थलीय निरीक्षण किया जाना है दो दिन के भीतर मौके पर पहंुच कर वस्तु स्थिति से अवगत कराते हुए आख्या उपलब्ध करा दी जाए। उन्होंने सड़क से जुड़े अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि रोड़ कटिंग के कारण यदि किसी भी ग्रामीण का आवास या अन्य संपत्ति को खतरा हो रहा है तो ऐसी स्थिति में त्वरित गति से सुरक्षा दीवार लगाने का कार्य किया जाए, ताकि किसी की भी संपत्ति का नुकसान न हो।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी डाॅ. जीएस खाती, जिला विकास अधिकारी विमल कुमार, उप जिलाधिकारी आशीष चंद्र घिल्डियाल, जखोली भगत सिंह फोनिया, जिला कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास अखिलेश मिश्रा, जिला पर्यटन अधिकारी राहुल चैबे, मुख्य शिक्षा अधिकारी प्रमेंद्र बिष्ट, मुख्य कृषि अधिकारी लोकेंद्र बिष्ट, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डाॅ आशीष रावत, शिकायत प्रकोष्ट प्रभारी विनोद कुमार सहित अन्य विभागीय अधिकारी व कर्मचारी एवं विभिन्न क्षेत्रों से आये ग्रामीण मौजूद रहे।