आगामी 07 अगस्त से शुरू होने वाले सघन मिशन इंद्रधनुष अभियान 5.0 अभियान के सफल संचालन के लिए सर्वे कार्य पूरा हो गया है। सर्वे में 0 से 5 साल तक के 44 बच्चों का टीकाकरण से छूटा होने की पहचान हुई है, जबकि जनपद में गर्भवती महिलाओं शत प्रतिशत टीकाकरण पाया गया है। टीकाकरण से छूटे 44 बच्चों के लिए 19 विशेष टीकाकरण सत्रों का आयोजन किया जाएगा।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. विमल सिंह गुसाईं ने अवगत कराया कि मिशन इंद्रधनुष (आईएमआई) के अंतर्गत 0-5 वर्ष आयु वर्ग के उन बच्चों व गर्भवती महिलाओं को छूटी हुई खुराक दी जानी है, जो किसी कारण टीकाकरण से वंचित अथवा छूट गए हों। बताया कि मिशन इंद्रधनुष 5.0 के प्रथम चरण के सफल आयोजन हेतु घर-घर भ्रमण कर सर्वे कराया गया था।
उन्होंने बताया कि सघन मिशन इंद्रधनुष के अंतर्गत शून्य से पाचं वर्ष आयु वर्ग के बच्चों के टीकाकरण सर्वे में जखोली ब्लाक में 18, ऊखीमठ ब्लाक में 16 व अगस्त्यमुनि ब्लाक में 10 बच्चों का टीकाकरण से छूटे होने के रूप में पहचान हुई है। जबकि सर्वे में जनपद में सभी गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण हुआ पाया गया। उन्होंने बताया कि सात अगस्त से शुरू होने वाले सघन मिशन इंद्रधनुष अभियान के अंतर्गत अगस्त्यमुनि ब्लाक में 04, ऊखीमठ ब्लाक में 06 व जखोली ब्लाक में 09 विशेष टीकाकरण सत्रों का आयोजन किया जाएगा। जिसमें अगस्त्यमुनि ब्लाक में नगरासू, बसुकेदार, जखोली, उच्चाढुंगी, ऊखीमठ ब्लाक में पल्द्वाड़ी, दैड़ा, एमसीएच ऊखीमठ, गुप्तकाशी, जग्गी बगवान, फाटा व जखोली ब्लाक के अंतर्गत बजीरा, जखोली, मयाली, पूलन, सिमल्ता, सौंराखाल, सिद्धसौड़, सुमाड़ी व स्यूर बांगर शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि अभियान के अंतर्गत एमआर, पीवीसी वैक्सीन व आईपीवी की तीसरी डोज के कवरेज में सुधार पर भी ध्यान दिया जा रहा है। बताया कि टीकाकरण हेतु चिन्हित परिवारों को टीकाकरण का महत्व समझाते हुए एएनएम, आशा कार्यकत्री व अन्य चिकित्सा अधिकारियों के माध्यम से संवेदीकृत किया जा रहा है। बताया कि समस्त प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों को यू-विन के माध्यम से पंजीकरण व टीकाकरण सत्रों के आयोजन करने को निर्देशित कर दिया गया है।