पंचकेदारों में प्रतिष्ठित तृतीय केदार श्री तुंगनाथ जी के कपाट मंत्रोचारण के साथ पूजा-अर्चना पश्चात् विधि-विधान से खुल गए हैं। इस अवसर पर श्री तुंगनाथ मंदिर को भव्य रूप से फूलों से सजाया गया था। कपाट खुलते समय ढ़ाई हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। तुंगनाथ में इस दौरान मौसम सर्द रहा।
श्री तुंगनाथ जी की उत्सव डोली 7 मई को श्री मर्केटेश्वर मंदिर से भूतनाथ मंदिर प्रवास हेतु आ गई थी। 9 मई को चोपता प्रवास कर आज 10 मई को प्रातः चोपता से श्री तुंगनाथ मंदिर परिसर पहुंची तथा द्वार पूजा पश्चात विधि-विधान से आज दिन 12 बजे श्री तुंगनाथ मंदिर के कपाट खुल गये।
कपाट खुलने के पश्चात भगवान श्री तुंगनाथ के स्वयंभू शिवलिंग को समाधि रूप से जगाकर श्रृंगार रूप दिया गया उसके बाद श्रद्धालुओं ने दर्शन किए।
श्री तुंगवाथ जी के शीतकालीन गद्दी स्थल श्री मार्कंडेय मंदिर मक्कूमठ में इस दौरान मठापति रामप्रसाद मैठाणी, प्रबंधक बलबीर नेगी, पुजारी प्रकाश मैठाणी, विनोद मैठाणी सहित मंदिर समिति के अधिकारी कर्मचारी एवं स्थानीय हक-हकूकधारी मौजूद थे।