*इन्श्योरेंस के आधार पर फर्जी लोन लेने वाले शातिर गैंग का हरिद्वार पुलिस ने किया पर्दाफाश*

*कटहरा बाजार स्थित को-आपरेटिव बैंक से चौपहिया वाहनों के लोन के नाम पर ठगे थे 70 लाख रुपये*

*प्रेसवार्ता के दौरान एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह द्वारा किया गया फर्जी ठगी गैंग का खुलासा*

*शाकुम्बरी व मिडास के नाम पर HDFC, PNB जैसे विभिन्न बैंकों में खुलवाए गए थे फर्जी खाते*

*कम्प्यूटर सेट, प्रिंटर सहित विभिन्न फर्जी दस्तावेज, ठगी के पैसों से ली गई स्कूटी व नगदी बरामद*

*दोपहिया वाहनों के नम्बर पर चौपहिया वाहनों की फर्जी आरसी बनाकर दिया जाता था ठगी को अंजाम*

*कोतवाली ज्वालापुर*

दिनांक 27.06.2023 को ज्वालापुर कटहरा बाजार स्थित अल्मोडा अर्बन को-आपरेटिव बैंक के प्रबन्धक श्री हरिदत्त भट्ट पुत्र गोविन्द बल्लभ भट्ट द्वारा लिखित शिकायत दी गयी कि उनकी शाखा पर 08 लोगों द्वारा चौपहिया वाहनों के नाम पर 70 लाख रुपये लोन लेकर पैसे हडप लिये तथा जो आर0सी0 व अन्य कागजात बैंक में जमा कराये गये हैं वो सब फर्जी हैं। शिकायती प्रार्थना पत्र के आधार पर कोतवाली ज्वालापुर पर मु0अ0सं0 481/23 धारा 420, 467, 468, 471, 473, 120बी भादवि बनाम साकार गर्ग आदि पंजीकृत कर विवेचना उ0नि0 नरेश गंगवार के सुपुर्द की गई । आरोपियों की तलाश हेतु ज्वालापुर SHO के नेतृत्व मे गठित पुलिस टीम द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए 06 अभियुक्तों को पकड़ा गया।

*अपराध करने का तरीका-*

गैंग के सदस्यों द्वारा HDFC, PNB, YES BANK, PANJAB SIDH BANK में अपना फर्जी खाता शाकुम्बरी आटोमोबाइल, मिडास आटोमोबाईल फर्म के नाम से खुलावाया गया। इसके बाद गैंग सदस्य तजीम, आकाश, साकार गर्ग, जाग्रत गर्ग द्वारा मिलकर कुमार फाईनेंस कम्पनी नाम से रानीपुर मोड पर एक शाखा खोली गयी। उक्त व्यक्तियों द्वारा फाईनेंस कम्पनी की आड़ में गैंग के अन्य लोगों के साथ मिलकर बैंक में वाहन लोन के लिये एप्लाई किया गया।

आरोपित साकार गर्ग की जान पहचान अल्मोडा को-ओपरेटिव बैंक में होने के कारण बैंककर्मी से मिलकर फर्जी कोटेशन के आधार पर वाहन लोन बिना वेरिफिकेशन के करवाते थे तथा पैसा अपने-अपने फर्जी एकाउण्टो में डलवाकर उक्त सभी पैसा आपस में बांट लेते थे। इस ठगी के लिए बकायदा फाईनेंस कम्पनी के ऑफिस में फर्जी आर0सी0 व इन्श्योरेंस तैयार कर एवं कार की फोटो बनाकर बैंक में जमा करते थे तथा किसी को शक न हो इसलिये लोन की कुछ किस्ते बैंक में जमा करते थे।

बैक में जमा करवायी गयी सभी आर.सी. दो पहिया वाहनों के नाम पर दर्ज हैं। इन लोगों द्वारा चलते हुये वाहनों से नम्बर देखकर उसी नम्बर की फर्जी आरसी तैयार की जाती थी। उक्त गिरोहो द्वारा अन्य काफी बैकों में वाहन लोन के नाम पर फर्जी फाईले भी दाखिल की गयी है जिनके सम्बन्ध में टीम जांच कर रही है । गिरोह अब तक इस ठगी के खेल से अल्मोड़ा अर्बन कोपरेटीव बैकं को लभगभ 7800000(अठ्त्तर लाख रू0) की चपत लगा चुके है । उक्त धोखाधडी के सम्बन्ध में सम्बन्धित बैंको से भी जानकारी एकत्रित कर छानबीन की जा रही है।

*बरामदगी-*
1-मोनीटर- 01, सीपीयू- 01, प्रिन्टर- 01 (जिसमें विभिन्न गाडियों के फर्जी आरसी बनी हैं)
2-फर्जी कोटेशन बुक शाकुम्बरी आटोमोबाइल्स -01
3-मिडास मोटर कम्पनी मय लिफाफे- 01
4-विभिन्न सरकारी विभागों की मोहरें (राजस्व विभाग, नगर पालिका, परिवहन विभाग)
5-शाकुम्बरी आटोमोबाईल मिडास आटोमोबाईल,34
6-फर्जी आ0सी0 बनाने के ब्लैंक कार्ड- 193
7-विभिन्न बैंकों की प्रयोग की गयी चैक बुक- 05
8-लोन लिये हुये तीन वाहनों की फर्जी आर0सी0- 03
9-लोन से प्राप्त हुए पैसों से खरीदी गयी स्कूटी- 01
10-लोन से प्राप्त की गयी धनराशि 1,25,500/-

*
*पुलिस टीम-*
•प्रभारी निरीक्षक कुन्दन सिंह राणा
•वरिष्ठ उ0नि0 सन्तोष सेमवाल
•उ0नि0 नरेश गंगवार
•उ0नि0 शमशेर अली
•उ0नि0 महिपाल सैनी
•उ0नि0 प्रदीप कुमार
•अ0उ0नि पुष्कर सिंह चौहान
•हे0का0 धर्मवीर सिंह
•का0 संदीप
•का0 सुनील
•का0 बृजमोहन
•का0 भाग सिंह
•का0 ताजवर सिंह
•का0 अनिल बिष्ट
•का0 विरेन्द्र कुटियाल
•का0 सुखदेव सिंह