देहरादून : IPS तृप्ति भट्ट एक तेज़ तर्रार पुलिस ऑफिसर के रुप में जानी जाती हैं जो अपनी कार्य कुशलता एवं इंटेलिजेंस के लिए भी अलग पहचान रखती हैं यही कारण है कि जब से इन्होंने जीआरपी का कार्यभार संभाला है तब से जीआरपी में आए दिन जहां एक तरफ एक से बढ़कर एक शानदार खुलासे हो रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ जीआरपी अब लोगों के चेहरों पर मुस्कान की वजह भी बन रही है।
कप्तान की पहल और पीड़ितों के चेहरों पर आई खुशी
कप्तान की पहल पर जीआरपी पुलिस टीम द्वारा आज जीआरपी मुख्यालय हरिद्वार में आयोजित शानदार कार्यक्रम में एसपी जीआरपी तृप्ति भट्ट द्वारा लोगों को उनके खोए मोबाइल वापस दिलवाए।
आजकल हो रही रिमझिम बरसात के बीच पीड़ितों पर जब खोए मोबाइल वापस पाने की खुशियों की बरसात हुई तो सभी के चेहरे खिल उठे जिसकी उम्मीद पीड़ित पक्ष लगभग छोड़ चुके थे।
विगत तीन माह में जीआरपी एसओजी व जीआरपी के सभी थानों की पुलिस टीम द्वारा लगभग 22 लाख कीमत के 135 मोबाइल बरामद किए गये जबकि कुल मिलाकर पांच माह में लगभग 40 लाख कीमत के मोबाइल बरामद किए गए हैं।
कप्तान द्वारा टीम का एकजुट किया जाना
समय-समय पर उत्तराखंड के विभिन्न रेलवे स्टेशनों से मोबाइल खोने की सूचनाएं प्राप्त होने पर कप्तान तृप्ति भट्ट द्वारा प्रकरणों का संज्ञान लेते हुए सभी थानाध्यक्षों को “एक इकाई” (टीम) के रूप में काम करने को प्रेरित कर, मोबाइल फोनों को बरामद करने हेतु निर्देशित किया। जिस पर काम करते हुए जीआरपी एसओजी टीम एवं सभी थाना पुलिस द्वारा दिन रात मेहनत करते हुए मोबाइलों को सर्विलांस व C.E.I.R PORTAL एवं मैन्युअली काम करते हुए उत्तर प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, पंजाब, बिहार, राजस्थान, मध्य प्रदेश, प0बंगाल, उड़िसा व भारत के अन्य राज्यों से कुल 135 मोबाईल फोन बरामद किये गये जिनकी अनुमानित कीमत लगभग 22 लाख है।
कप्तान तृप्ति भट्ट की पहल का ही नतीजा है कि फरवरी में भी 18 लाख के 115 खोए मोबाइल पीड़ितों को दिए गए थे कुल मिलाकर मात्र 5 महीनों में लगभग 40 लाख कीमत के 250 मोबाइल फोनों को उनके स्वामियों के सुपुर्द किया जा चुका है।
खोए मोबाइल पाकर पीड़ित हुए खुश
अपने खोए मोबाइल को सकुशल वापस पाकर सभी मोबाइल स्वामियों द्वारा मुक्तकंठ से कप्तान तृप्ति भट्ट के नेतृत्व एवं जीआरपी पुलिस की प्रशंसा की गई।