भारत निर्वाचन आयोग ने लोकतंत्र के सबसे बड़े त्योहार यानी 18वीं लोकसभा और चार राज्यों में विधान सभाओं के लिए चुनाव के क्रम में मतदाताओं का स्वागत करने के लिए पूरी तैयारी कर ली है। दुनिया के किसी देश की तुलना में यह सबसे बड़े स्तर पर संपन्न किया जा रहा है। कल पहले चरण के मतदान के साथ इस उत्सव की शुरुआत हो रही है। इस अवसर पर, निर्वाचन आयोग ने स्वतंत्र, निष्पक्ष, शांतिपूर्ण, सुलभ, सहभागी और प्रलोभन-मुक्त मतदान कराने के लिए अपनी अडिग प्रतिबद्धता को भी दोहराया है। पिछले दो वर्षों में राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में आयोग और इसकी टीमों ने भारत के मतदाताओं को सर्वोत्तम संभव अनुभव प्रदान करने के लिए आवश्यक कड़ी मेहनत और सावधानीपूर्वक क्रियाकलाप पूरा किया है। यह मतदान अनेक परामर्शों, समीक्षाओं, विभिन्न क्षेत्रों के दौरों, अधिकारियों के व्यापक प्रशिक्षण और नई तथा समय के अनुरूप संचालन प्रक्रियाओं के निर्माण के बाद हो रहा है। इसमें देश भर में एजेंसियों, संगठनों के एक बड़े स्पेक्ट्रम के साथ सहयोग भी शामिल है। मुख्य निर्वाचन आयुक्त (सीईसी) श्री राजीव कुमार और निर्वाचन आयुक्त (ईसी) श्री ज्ञानेश कुमार और श्री सुखबीर सिंह संधू सहित आयोग ने आम चुनाव 2024 के पहले चरण को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए आज दोपहर 12 बजे मतदान संबंधी तैयारियों को अंतिम रूप दिया। शेष 6 चरणों के मतदान 1 जून तक जारी रहेंगे। लगभग 97 करोड़ मतदाता वोट देने के लिए उत्सुक हैं। वोटों की गिनती 4 जून को होनी है।

निर्वाचन आयोग का मानना है कि अब मतदाताओं के लिए कदम उठाने का समय आ गया है। आयोग ने पूरी ईमानदारी से मतदाताओं से अपने घरों से बाहर निकलने, मतदान केंद्र पर जाने और जिम्मेदारी और गर्व के साथ मतदान करने की अपील की है। राष्ट्रीय स्तर पर प्रसारित एक संदेश में, सीईसी श्री राजीव कुमार ने सभी मतदाताओं से बिना चूके मतदान करने की अपील की।

1. आम चुनाव 2024 के चरण-I के लिए मतदान 19 अप्रैल, 2024 को 21 राज्यों/ केंद्रशासित प्रदेशों के 102 संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों (सामान्य- 73; अजजा- 11; अजा-18) और अरुणाचल और सिक्किम में राज्य विधानसभा के 92 विधानसभा क्षेत्रों के लिए होगा। इसमें सभी चरणों के मुकाबले संसदीय क्षेत्रों की संख्या सबसे अधिक है। मतदान सुबह 7 बजे शुरू होकर शाम 6 बजे समाप्त होगा (मतदान बंद होने का समय संसदीय क्षेत्र के अनुसार भिन्न हो सकता है)।

2. 18 लाख से अधिक मतदान अधिकारी 1.87 लाख मतदान केंद्रों पर 16.63 करोड़ से अधिक मतदाताओं का स्वागत करेंगे।

3. मतदाताओं में 8.4 करोड़ पुरुष; 8.23 करोड़ महिला और 11,371 थर्ड जेंडर मतदाता शामिल हैं।

4. 35.67 लाख पहली बार वोट देने वाले मतदाता वोट डालने के लिए पंजीकृत हैं। इसके अतिरिक्त, 20-29 वर्ष आयु वर्ग के 3.51 करोड़ युवा मतदाता हैं।

5. 1625 उम्मीदवार (पुरुष-1491; महिला-134) मैदान में हैं।

6. मतदान और सुरक्षा कर्मियों को लाने-ले जाने के लिए 41 हेलीकॉप्टर, 84 विशेष ट्रेनें और लगभग 1 लाख वाहन काम में लगाए गए हैं।

7. आयोग ने चुनावों के शांतिपूर्ण और सुचारू संचालन के लिए कई निर्णायक कदम उठाए हैं। मतदान प्रक्रिया को सुरक्षित करने के लिए मतदान केंद्रों पर पर्याप्त रूप से केंद्रीय बलों की तैनाती की गई है।

8. सभी मतदान केंद्रों पर माइक्रो ऑब्जर्वर की तैनाती के साथ-साथ 50 प्रतिशत से अधिक मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग की जाएगी।

9. 361 पर्यवेक्षक (127 सामान्य पर्यवेक्षक, 67 पुलिस पर्यवेक्षक, 167 व्यय पर्यवेक्षक) मतदान से कुछ दिन पहले ही अपने निर्वाचन क्षेत्रों में पहुंच चुके हैं। वे अत्यधिक सतर्कता बरतने के लिए आयोग की आंख और कान के रूप में कार्य करते हैं। इसके अतिरिक्त, कुछ राज्यों में विशेष पर्यवेक्षकों को तैनात किया गया है।

10. कुल 4627 उड़नदस्ते, 5208 सांख्यिकी निगरानी दल, 2028 वीडियो निगरानी दल और 1255 वीडियो देखने वाली टीमें मतदाताओं को किसी भी प्रकार के प्रलोभन से सख्ती से और तेजी से निपटने के लिए चौबीसों घंटे निगरानी रख रही हैं।

11. कुल 1374 अंतरराज्यीय और 162 अंतरराष्ट्रीय सीमा चौकियां शराब, ड्रग, नकदी और मुफ्त वस्तुओं के किसी भी अवैध आवाजाही पर कड़ी निगरानी रख रही हैं। समुद्री और हवाई मार्गों पर कड़ी निगरानी रखी गई है।

12. 102 संसदीय निर्वाचन क्षेत्र में 85 वर्ष से अधिक उम्र के 14.14 लाख से अधिक पंजीकृत और 13.89 लाख दिव्यांग मतदाता हैं, जिन्हें अपने घर से आराम से मतदान करने का विकल्प प्रदान किया गया है। वैकल्पिक होम वोटिंग सुविधा को पहले से ही जबरदस्त सराहना और प्रतिक्रिया मिल रही है।

13. 85 वर्ष से अधिक और दिव्यांग मतदाताओं में से जो लोग मतदान केंद्रों पर आने का निर्णय लेते हैं, उन्हें पिक एंड ड्रॉप सुविधा, साइनेज, ईवीएम पर ब्रेल साइनेज, स्वयंसेवकों आदि जैसी सभी सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। दिव्यांग मतदाता भारत निर्वाचन आयोग के सक्षम ऐप के माध्यम से व्हीलचेयर सुविधाएं भी बुक कर सकते हैं।

14. पानी, शेड, शौचालय, रैंप, स्वयंसेवक, व्हीलचेयर और बिजली जैसी सुनिश्चित न्यूनतम सुविधाएं मौजूद हैं, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि बुजुर्गों और विकलांग व्यक्तियों सहित प्रत्येक मतदाता आसानी से अपना वोट डाल सकें।

15. 102 संसदीय क्षेत्रों में स्थानीय थीम के साथ मॉडल मतदान केंद्र स्थापित किए जा रहे हैं। 5000 से अधिक मतदान केंद्रों का प्रबंधन सुरक्षा कर्मचारियों सहित पूरी तरह से महिलाओं द्वारा किया जाएगा और 1000 से अधिक मतदान केंद्रों का प्रबंधन विकलांग व्यक्तियों (पीडब्ल्यूडी) द्वारा किया जाएगा।

16. सभी पंजीकृत मतदाताओं को मतदाता सूचना पर्चियां वितरित कर दी गई हैं। ये पर्चियां एक सुविधा संबंधी उपाय के रूप में और आयोग की ओर से मतदान करने के लिए आने के निमंत्रण के रूप में भी काम करती हैं।

17. मतदाता इस लिंक https://electoralsearch.eci.gov.in/ के माध्यम से अपने मतदान केंद्र का विवरण और मतदान की तारीख देख सकते हैं।

18. आयोग ने मतदान केंद्रों पर पहचान के सत्यापन के लिए मतदाता पहचानपत्र (ईपीआईसी) के अलावा 12 वैकल्पिक दस्तावेज भी उपलब्ध कराए हैं। यदि कोई मतदाता मतदाता सूची में पंजीकृत है, तो इनमें से कोई भी दस्तावेज दिखाकर मतदान किया जा सकता है।

19. मतदाताओं को गलत सूचनाओं और फर्जी खबरों, खासकर सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही झूठी खबरों से से बचना चाहिए, जो उन्हें प्रभावित कर सकती हैं या उन्हें इन चुनावों में भाग लेने से रोक सकती हैं। सभी प्रकार के पूछताछ, स्पष्टीकरणों और गलतफहमियों को https://mythvsreality.eci.gov.in/ पर उपलब्ध आयोग के मिथक बनाम वास्तविकता रजिस्टर में स्पष्ट और संबोधित किया गया है और मतदाताओं से अनुरोध किया जाता है कि वे इन प्रमाणित और विश्वसनीय संसाधनों को आगे बढ़ाने से पहले सत्यापित करें।

20. ईसीआई केवाईसी ऐप और उम्मीदवार शपथपत्र पोर्टल (https://affidavit.eci.gov.in/) मतदाताओं की जानकारी के लिए चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों की संपत्ति, देनदारियां, शैक्षिक पृष्ठभूमि और आपराधिक पृष्ठभूमि, यदि कोई हो, सहित सभी विवरण प्रदान करता है।

21. आयोग ने इन 21 राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों में लगभग 47,000 अधिकारपत्र जारी करके मतदान केंद्रों पर मतदान की कवरेज के लिए मीडियाकर्मियों को सुविधा प्रदान की है। अंतरराष्ट्रीय मीडिया को विशेष सुविधा दी गई है।

22. मीडिया और सभी हितधारक मतदान के दिन ईसीआई वोटर टर्नआउट ऐप के माध्यम से मतदाताओं द्वारा मतदान की जांच कर सकते हैं, जिसे नियमित रूप से अपडेट किया जाएगा।

23. आयोग ने आम चुनाव 2024 से संबंधित सभी प्रासंगिक जानकारी एक ही स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए चुनाव 2024 के लिए एक समर्पित वेबसाइट https://elections24.eci.gov.in/ भी लॉन्च की है।

24. पिछले दो वर्षों में, आयोग ने निर्वाचन संबंधी तैयारियों की समीक्षा के लिए कई राज्यों/ केंद्रशासित प्रदेशों का दौरा किया है। आयोग ने राजनीतिक दलों, प्रवर्तन एजेंसियों, सभी जिला अधिकारियों, एसएसपी/एसपी, मंडलायुक्तों, रेंज आईजी, सीएस/डीजीपी और राज्यों/ केंद्रशासित प्रदेशों के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बातचीत की।

25. किसी भी कमियों का पता लगाने और उन्हें दूर करने के तरीकों के लिए मुख्य निर्वाचन अधिकारियों और उनकी टीमों के साथ कई सम्मेलन और समीक्षा बैठकें हुईं। वरिष्ठ अधिकारियों की एक टीम ने कानून-व्यवस्था की स्थिति, चिंता के विशिष्ट क्षेत्रों और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की आवश्यकता की मात्रा सहित निर्वाचन मशीनरी की समग्र तैयारियों की समीक्षा करने के लिए विभिन्न राज्यों का दौरा किया।

26. समीक्षा के हिस्से के रूप में, भारत निर्वाचन आयोग ने लोकसभा आम चुनाव 2024 और मौजूदा राज्य विधानसभाओं के स्वतंत्र, निष्पक्ष, शांतिपूर्ण और प्रलोभन-मुक्त निर्वाचन प्रक्रिया के लिए कानून-व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा और आकलन, अवैध गतिविधियों की रोकथाम, जब्ती और अंतर-राज्य और अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर कड़ी निगरानी के लिए सभी राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक भी बुलाई। संयुक्त समीक्षा का उद्देश्य सीमाओं की रक्षा करने वाली केंद्रीय एजेंसियों के साथ-साथ पड़ोसी राज्यों/ केंद्रशासित प्रदेशों के अधिकारियों के बीच सहज समन्वय और सहयोग के लिए सभी संबंधित हितधारकों को एक ही मंच पर लाना था। आयोग ने प्रत्येक राज्य/ केंद्रशासित प्रदेश से संबंधित महत्वपूर्ण मुद्दों की विस्तार से समीक्षा की।

27. आम चुनावों की घोषणा से पहले, निर्वाचन आयोग ने आम चुनावों के लिए 2100 से अधिक सामान्य, पुलिस और व्यय पर्यवेक्षकों को भी इसके बारे में जानकारी दी।

28. मौजूदा आम चुनाव 2024 में मतदान से पहले, मतदाताओं का मतदान प्रतिशत बढ़ाने के उद्देश्य से, भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) ने पिछले आम चुनावों में कम मतदान भागीदारी के इतिहास वाले संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों (पीसी) पर ध्यान केंद्रित करने के साथ मतदाताओं द्वारा कम मतदान पर एक सम्मेलन भी आयोजित किया।

29. निर्वाचन संबंधी संपूर्ण मशीनरी को निर्वाचन प्रबंधन के सभी पहलुओं पर प्रशिक्षित किया गया है। सभी निर्देश/मैनुअल/हैंडबुक व्यापक रूप से अद्यतन किए गए हैं, जो ईसीआई वेबसाइट पर उपलब्ध हैं।