ग्राम घीस्सरपडी डोईवाला देहरादून निवासी राखी वर्मा द्वारा माननीय न्यायालय के आदेश पर थाना भगवानपुर पर विपक्षी नीरज कुमार, विरेन्द्र प्रधान व रमन सिंह पाल के विरूद्व मु0अ0स0 418/23 धारा 420/120बी/506 भादवि पंजीकृत करवाया गया था। शिकायती प्रार्थनापत्र के मुताबिक विपक्षियों द्वारा भगवानपुर हरिद्वार मे खेडी शिकोहपुर गांव मे सस्ती दरो पर जमीन दिलवाने के नाम पर पीड़िता व उनके पति के साथ 08 लाख रूपये की धोखाधडी की गई तथा सौदे के शेष रूपये 14 लाख रूपये के बैक चैक हस्ताक्षरित ले लिये। जानकारी करने पर पता चला कि दिखाई गई जमीन विक्रेता रमन सिंह पाल के नाम पर न होने के बावजूद उपनिबन्धक कार्यालय रूडकी से जमीन फर्जी रजिस्ट्री तैयार की गई। इसके आधार पर दौराने विवेचना अभियोग मे धारा-467,468,471,भादवी०की बढोतरी की गयी।

विवेचना के दौरान प्रकाश में आया कि जमीन तलाश रही पेशे से कामकाजी महिला शिकायतकर्ता राखी वर्मा व उनके पति का सम्पर्क आरोपित नीरज कुमार से हुआ। खुद का परिचय प्रॉपर्टी डीलर के तौर पर देते हुए नीरज कुमार ने दंपति को वर्ष 2020 में हरिद्वार बुलाकर ग्राम खेडी शिकोहपुर भगवानपुर मे एक जमीन दिखाकर करीब 12 बीघा जमीन का सौदा 22 लाख रूपये में तय करते हुए बताया कि जमीन का मालिकाना हक रमन सिंह पाल के नाम पर है। दंपति ने इस सौदे की एवज में रजिस्ट्री के दौरान 08 लाख रूपये की नगदी व 14 लाख रूपये के बैंक चैक विपक्षी को सौंपे।

भूमि अभिलेखों की पड़ताल करने पर पीड़ित पक्ष को पता चला कि जिस जमीन की रजिस्ट्री की गई है वह जमीन फर्जी विक्रेता रमन सिंह पाल के नाम पर दर्ज नही है। धोखाधडी कर की गई उक्त फर्जी रजिस्ट्ररी मे बतौर गवाह भी आरोपित नीरज कुमार रहा।

न्यायालय के आदेश पर धोखाधडी का मुकदमा दर्ज होने पर आरोपितों की तलाश की गई तो मुख्य आरोपी लगातार अपने घर से फरार चल रहा था। कल दिनांक 28/01/2024 को पुलिस टीम ने पुनः दबिश देकर मुखबिर खास की पुख्ता सूचना के आधार पर नामजद अभियुक्त नीरज कुमार को गांजा चौक नियर गांजा मजरा बुग्गावाला क्षेत्र से दबोचने में कामयाबी हासिल की। नामजद अभियुक्त ने अपने बयानों में अपराध की घटना को अपने साथियो के साथ मिलकर अंजाम देना स्वीकार किया। पुलिस टीम ने नीरज की निशांदेही पर उसके घर से जमीन क्रय के नाम पर वादिया के पति से लिये गये कुल 14 लाख रूपये अंकन धनराशि के 05 बैक चैक बरामद किये।

यह गैंग शातिर तरीके एवं सुनियोजित तरीके से जमीन खरीदने बेचने के नाम पर धोखाधडी जैसी घटनाओं को अंजाम देने के पैशेवर अपराधी हैं तथा बार-बार अपने ठिकाने बदलते रहते हैं। आरोपित नीरज को बरामद माल सहित समय से माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया जा रहा है।