मुख्य विकास अधिकारी नरेश कुमार ने मंगलवार को रेखीय विभाग के अधिकारियों की बैठक लेते हुए सभी विभागों को आपसी समन्वय स्थापित करने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी रेखीय विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि आजीविका संवर्द्धन के तहत आगामी वित्तीय वर्ष हेतु कार्य योजनाएं तैयार की जाएं।
विकास भवन सभागार में आयोजित बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि वर्ष 2023-24 हेतु विभागीय अधिकारियों द्वारा जो भी योजनाएं तैयार की जा रही हैं वह क्लस्टर स्तर पर तैयार की जाएं। इसके साथ ही उन्होंने निर्देश दिए कि विभागीय अधिकारी योजनाओं को बढ़ाकर कलस्टर स्तर पर विस्तार करते हुए क्षेत्र को भी बढ़ाएं।
बैठक में सहायक परियोजना निदेशक कमलेश कुमार पंत ने जानकारी देते हुए बताया कि जनपद के अंतर्गत प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के अंतर्गत वित्त्ीाय वर्ष 2022-23 में 1313 लाभार्थियों का लक्ष्य प्राप्त हुआ है जिसके सापेक्ष्य 1302 लाभार्थियों को योजना के तहत प्रथम किश्त अवमुक्त करने हेतु स्वीकृति कर दी गई है। उन्होंने आजीविका संवर्द्धन, पशु सखी, लखपति दीदी आदि योजनाओें के बारे में भी प्रगति की जानकारी दी। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा पलायन प्रभावित गांवों के लिए पलायन रोकने हेतु योजना बनाई गई है जिसके अंतर्गत सर्वाधिक पलायन प्रभावित व उसके समीपवर्ती गांवों के लिए क्लस्टर स्तर पर कार्ययोजना तैयार करने हेतु निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को जनपद के अंतर्गत सर्वाधिक पलायन प्रभावित गांवों को चिन्हित करने के निर्देश देते हुए कहा कि कलस्टर स्तर पर आगामी तीन वर्षों हेतु कार्ययोजना तैयार की जाए।
बैठक में जिला विकास अधिकारी मनविंदर कौर, जिला उद्यान अधिकारी योगेंद्र सिंह चैधरी, महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र एचसी हटवाल, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डाॅ. आशीष रावत, अधिशासी अभियंता सिंचाई पीएस बिष्ट, खंड विकास अधिकारी अगस्त्यमुनि प्रवीण भट्ट, जखोली सूर्यप्रकाश शाह, ऊखीमठ दिनेश मैठाणी, डेयरी, बाल विकास, मत्स्य, कृषि आदि रेखीय विभागों के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।

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