रेखा भट्ट ने एनआरएलएम के माध्यम से स्वंय सहायता समूहों का गठन कर स्वंय एवं अपने क्षेत्र की महिलाओं को आजीविका के अनेक अवसर प्रदान किये हैं। *जनपद पिथौरागढ में आठ विकास खण्डों मे 307 महिला समूहों का गठन तथा 27 महिला ग्राम संगठनों का गठन कर 1842 महिलाओं को संगठित कर स्थानीय उत्पादों को जनपद स्तर के साथ-साथ राष्ट्रीय स्तर पर एक अलग पहचान दिलाई।* स्वरोजगार शुरू करने से पहले रेखा भट्ट अपनी आजीविका हेतु पशुपालन का कार्य करती थी। पशुपालन से उनकी आजीविका नहीं चल पा रहा थी।
आज श्रीमती भट्ट स्थानीय उत्पाद के रूप में लोकल दालें, शैकवा, मसाले, राजमा, गन्दराणि, जम्बू, जखिया, मंडुवा, बुरांश, नींबू माल्टा का जूस, मडुवे के नमकीन और बिस्किट, अंगूरा के उत्पाद टोपी, शॅाल, मफलर, बनियान, पहाड़ी सफेद और लाल चावल, रिंगाल के उत्पादों में फल टोकरी, पूजा टोकरी, लाइट लैंप, फूलदान, सूपे, डोके, हर्बल टी में ग्रीन टी और रेड टी, हस्तशिल्प में लोहे की कढ़ाई आदि उत्पादों का विपणन किया जा रहा है। जिला स्तरीय फेडरेशन में विगत 05 वर्षो में 39.60 लाख का व्यवसाय कर फेडरेशन को 6.70 लाख का लाभ दिलाया है।
राष्ट्रीय उत्तराखण्ड सभा, जयपुर द्वारा 2024 में मॉ नन्दा शक्ति सम्मान, क्षेत्रीय प्रबन्धक, भारतीय स्टेट बैंक पिथौरागढ द्वारा उत्कृष्ट महिला (महिला दिवस) जिलाधिकारी पिथौरागढ द्वारा 2023 में लखपति दीदी सम्मान, खण्ड विकास अधिकारी, मूनाकोट द्वारा आजीविका संवर्द्धन कार्ये में सहयोग सम्मान पत्र, पुलिस उपमहानिरीक्षक, कुमाँऊ परिपेक्ष, नैनीताल द्वारा 2022 में महिला अपराधों एवं अधिकारों में सहयोग में सम्मान पत्र, जिलाधिकारी पिथौरागढ द्वारा 2022 में डेयरी व्यवसाय, मा0 मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड द्वारा 2021 में सर्वश्रेष्ठ समूह सम्मान, जिलाधिकारी पिथौरागढ द्वारा 2021 में उत्कृष्ट महिला उद्यमी, अध्यक्ष जिला पंचायत पिथौरागढ द्वारा 2020 में उत्कृष्ट महिला (महिला दिवस) सम्मान पत्र प्रदान किए गए है।