जनपद के विकास खंड डीडीहाट के अंतर्गत स्थित राजकीय इंटर कॉलेज लेगधार में जिलाधिकारी रीना जोशी की अध्यक्षता में बहुउद्देशीय शिविर का आयोजन हुआ। इस अवसर पर क्षेत्रीय लोगों द्वारा कई शिकायतें दर्ज करवायी गयी जिनके त्वरित निस्तारण के निर्देश जिलाधिकारी द्वारा संबंधित अधिकारियों को दिये गये। दर्ज शिकायतों में से अधिकांश शिकायतें सड़क, पेयजल, स्कूल भवन मरम्मत, लम्पी बीमारी की रोकथाम व स्थाई पशु चिकित्सक की तैनाती आदि से संबंधित थी।
इस दौरान शिकायतकर्ता ग्राम प्रधान ग्राम बोरा, वर्नाऐरी व कुनिया द्वारा राइका लेगधार के जीर्ण- क्षीण भवन की मरम्मत की मांग की गयी। जिस पर जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता ग्रामीण निर्माण विभाग को लेगधार विद्यालय भवन के मरम्मत कार्यों का स्टीमेट तैयार करने के निर्देश दिये।
शिकायतकर्ता ग्राम प्रधान ग्राम वर्नाऐरी बसन्त द्वारा विगत 3 वर्षों से बंद पड़े आदिचौरा-कुनिया मोटर मार्ग को खुलवाये जाने की मांग जिलाधिकारी से की गयी ताकि विद्यार्थियों को विद्यालय में आने- जाने की सुविधा रहे। जिस पर जिलाधिकारी ने पीएमजीएसवाई के अधिकारी को सड़क मार्ग खोले जाने के निर्देश दिये। वही ग्राम प्रधान वर्नाऐरी बसन्त द्वारा ग्राम बोरा में स्थित बारातघर में सप्ताह में 3 दिन एलोपैथिक चिकित्सालय के संचालन की मांग की गयी। जिस पर जिलाधिकारीने चिकित्सा विभाग के अधिकारी को समस्या समाधान के निर्देश।
शिकायतकर्ता ग्राम प्रधान ग्राम बोरा नंदन सिंह मेहरा द्वारा ग्राम बोरा में पेयजल लाइन जगह-जगह से टूटी होने के कारण पेयजल आपूर्ति की समस्या होना बताया गया। जिस पर जिलाधिकारी ने पेयजल निगम के अधिकारियों को जल जीवन मिशन के अंतर्गत पेयजल लाइन को दुरुस्त करवाए जाने के निर्देश दिये। वहीं जिलाधिकारी ने कहा कि यदि संबंधित ठेकेदार द्वारा जल जीवन मिशन के अंतर्गत हो रहे कार्यों में हीला- हवाली या लापरवाही बरती जाय तो संबंधित ठेकेदार के विरुद्ध ब्लैक लिस्ट की कार्रवाई की जाय।
ग्राम वर्नाऐरी से शिकायतकर्ता प्रकाश जोशी द्वारा शिकायत की गयी कि गौ-वंशीय पशुओं में लम्पी बीमारी का टीकाकरण होने के बाद भी क्षेत्र में लम्पी बीमारी की रोकथाम नहीं हो पा रही है। वहीं उन्होंने क्षेत्र में एक स्थाई पशु चिकित्सक की तैनाती की भी मांग की। जिस पर जिलाधिकारी ने मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को क्षेत्र का भ्रमण कर समस्या समाधान के निर्देश दिये।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी संबंधित अधिकारी क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण कर समस्याओं का समाधान करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि बरसात में मलबा आने के कारण जिन स्थानों में सड़क मार्ग बंद हो गये हैं वहां जेसीबी आदि लगाकर तत्काल ही मार्गो को सुचारू किया जाय। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को मानसून सीजन में अलर्ट मोड में रहने के निर्देश दिये ताकि किसी प्रकार की आपदा की स्थिति उत्पन्न होने पर त्वरित गति से रेसक्यू कार्य संपादित किये जा सकें। जिलाधिकारी ने कृषि, उद्यान एवं पशुपालन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि लेगधार क्षेत्र में कृषि विकास की अपार संभावनाएं हैं इसलिए क्षेत्र का भ्रमण कर लोगों को विभागीय योजनाओं से लाभान्वित किया जाय।
इस अवसर पर एलोपैथिक चिकित्सा विभाग द्वारा 10 लोगों के स्वास्थ्य निशुल्क जांच व नि:शुल्क दवा का वितरण किया गया! उद्यान विभाग द्वारा 5 लोगों को 50 प्रतिशत अनुदान पर बीज का वितरण किया गया। पशुपालन विभाग द्वारा दो लोगों को पशुओं हेतु पेट के कीड़े की दवाई का वितरण किया गया। वही डेयरी,उद्योग, कृषि, सहकारिता,बाल विकास आदि विभागों द्वारा विभागीय योजनाओं की जानकारी लोगों को दी गई।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी वरुण चौधरी, उप जिलाधिकारी अनुराग आर्य ,पीडी डीआरडीए आशीष पुनेठा, खंड विकास अधिकारी डीडीहाट आनंद स्वरूप ग्वासीकोटी, जिला उद्यान अधिकारी त्रिलोकी राय, मुख्य कृषि अधिकारी रितु टम्टा, अधिशासी अभियंता ग्रामीण निर्माण विभाग विनीत कुरील, जिला युवा कल्याण अधिकारी डीएन द्विवेदी सहित विभिन्न विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।