गैरसैंण में खंसर घाटी के सुदूरवर्ती गांव नैल-देवपुरी में शनिवार को जिलाधिकारी हिमांशु खुराना की अध्यक्षता में बहुउदेशीय शिविर आयोजित किया गया। शिविर में क्षेत्रीय जनता ने 133 समस्याएं दर्ज की। जिसमें से अधिकांश समस्याओं का जिलाधिकारी ने मौके पर निस्तारण किया। विभागीय स्टॉलों के माध्यम से शिविर में तमाम प्रमाण पत्र जारी करने के साथ ही क्षेत्रवासियों को जन कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी गई। विभागीय स्टॉलों पर 495 से अधिक लोंगों को लाभान्वित किया गया। दूरस्थ क्षेत्र नैल देवपुरी में बहुउदेशीय शिविर आयोजित करने पर क्षेत्रवासियों ने प्रसन्नता व्यक्त की। इस दौरान जिलाधिकारी ने शिविर में लगे विभागीय स्टालों का निरीक्षण भी किया।

जिलाधिकारी ने कहा कि शिविरों के माध्यम से आम जनता की शिकायतों का मौके पर ही निस्तारण करने का प्रयास किया जा रहा है साथ ही मुख्यालय स्तर पर भी शिकायतों की नियमित मॉनिटरिंग की जा रही है। उन्होंने संबधित अधिकारियों को जनता की शिकायतों को गम्भीरता से लेते हुए अगले 15 दिनों में शिकायतों के निस्तारण आख्या भी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। शिविर में नैल, देवपुरी, झूमाखेत, जलचौरा, कण्डारीखोडा, बछुआवाण, माईथान, कुसरानी, तैलीधार, कलविष्ट सेरा आदि गांवों के लोगों ने सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य, विद्युत, पेयजल, पेंशन, आवास, आर्थिक सहायता आदि से जुडी समस्याऐं जिलाधिकारी के समक्ष रखी।

क्षेत्रवासियों ने विनायक धार से कस्वी नगर थराली तक 5 किलोमीटर मोटर मार्ग निर्माण न होने की समस्या प्रमुखता से रखी। बताया कि वन विभाग से स्वीकृति न मिलने के कारण वर्षो से इस सडक का निर्माण नही हो पा रहा है। इस 05 किमी. सडक निर्माण से नैल क्षेत्र से थराली की 120 किलोमीटर से अधिक दूरी कम हो जाएगी। इस पर जिलाधिकारी ने लोनिवि एवं वन विभाग को शासन स्तर से प्राथमिकता पर उचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए।

बूंगीधार-पत्थरकट्टा सडक कटिंग से लाटी खर्क तोक में भूस्खलन की समस्या, मालकोट-तेवाखर्क सडक निर्माण में देरी, नैल-पत्थरकट्टा-देवपुरी सडक कटिंग का कार्य पूरा कराने, कंडारीखोड सडक पर भूस्खलन की समस्या के कारण एलाइनमेंट बदलने, माईथान-चौखुटिया, बाटाधार-धुनारघाट और गैरसैंण-पज्याणा मोटर मार्ग सुधारीकरण न होने की समस्या पर जिलाधिकारी ने लोनिवि और पीएमजीएसवाई को शीघ्र समस्याओं का निस्तारण करने के निर्देश दिए। देवपुरी, लामबगड़, स्यूणी मल्ली में पीएमजीएसवाई की सडक कटिंग से पेयजल लाईन, पैदल रास्ते व गौशाला क्षतिग्रस्त होने की शिकायत पर जिलाधिकारी ने पेयजल आपूर्ति की तत्काल वैकल्पिक व्यवस्था कराते हुए एसडीएम को संबधित अधिकारियो के साथ मौका मुआयना कर समस्याओं का निराकरण करने के निर्देश दिए।

जिलाधिकारी ने शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया कि ऐसे प्राथमिक विद्यालय जिनमें छात्र संख्या अधिक और एक ही शिक्षक है वहां पर मानकों के अनुसार शिक्षकों की तैनाती सुनिश्चित की जाए। क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधा के लिए नैल देवपुरी व रामणा पल्ला में एएनएम सेंटर खोलने हेतु सीएमओ को आवश्यक कार्रवाई करने को कहा।

ग्राम सभा नैल में आंगनबाड़ी भवन, पंचायत भवन निर्माण, कौशल विकास हेतु प्रशिक्षण केन्द्र खोलने, राइका नैल में आडिटोरियम निर्माण, नैल पत्थर व टैटुणा में पैदल रास्ते का पुनर्निर्माण, स्यूणी मल्ली में मोबाइल नेटवर्क की सुविधा न होने, देवपुरी में सोलर लाइट, पत्थरकट्टा में सिंचाई नहर क्षतिग्रस्त होने तथा क्षेत्र में बैंक सखी की नियुक्त करने की मांग पर जिलाधिकारी ने संबधित अधिकारियों को तत्काल समस्याओं का निराकरण करने के निर्देश दिए।

शिविर में आयुर्वेदिक एवं यूनानी द्वारा 38, एलोपैथिक द्वारा 103 व होमियोपैथिक द्वारा 42 लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण कर निःशुल्क दवा वितरण और 03 दिव्यांग प्रमाण पत्र भी बनाए गए। पशुपालन द्वारा 8 पशुपालकों को पशु बीमारी की रोकथाम हेतु निःशुल्क दवा वितरित की गयी। कृषि विभाग द्वारा 10 लोगों को कृषि यन्त्र व रसायन, उद्यान विभाग द्वारा 12 लोगों औद्यानिक औजार, सब्जी बीज, कीटनाशक दवाईयां वितरित की गयी। समाज कल्याण द्वारा विभिन्न पेंशन से जुडी 25 समस्याओं का निस्तारण किया। पंचायती राज विभाग द्वारा 20 परिवार रजिस्टर की नकल, राजस्व विभाग द्वारा 15 खता खतौनी, दो पीएम किसान निधि से सबधित आवेदनों का निस्तारण किया गया। इस दौरान जिला स्तरीय अधिकारियों ने विभिन्न विभागीय योजनाओं की जानकारी भी दी।

शिविर में सीटीओ मामूर जहाँ, एसडीएम कमलेश महेता, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.राजीव शर्मा, डीडीओ डा.महेश कुमार, तहसीलदार सुरेन्द्र देव, समस्त विभागों के जिला स्तरीय अधिकारियों सहित ब्लाक प्रमुख शशि सौर्याल, गैरसैंण नगर पंचायत अध्यक्ष पुष्कर सिह रावत, जिप सदस्य अवतार सिंह पुंडीर, पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य हरेंद्र कंडारी, गीत देवी, ग्राम प्रधान सरस्वती अहूजा, महेंद्र गुसाईं अन्य क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक एवं बडी संख्या में स्थानीय जनता मौजूद रही।