हरिद्वार : ( वरिष्ठ पत्रकार ठाकुर मनोजनन्द ) दक्ष रोड कनखल स्थित श्री माधव आश्रम मां आनंदमयी कविता मां आश्रम में भक्तजनों के बीच अपने श्री मुख से उद्गार व्यक्त करते हुए श्री श्री आनंदमयी साधना मां ने कहा भगवान तो सच्चे भाव और प्रेम के भूखे हैं सच्ची श्रद्धा भक्ति से पुकारीये आपके प्रेम में दौड़े चले आयेगे जिसके मन में भक्ति का वास हो उसे कदम कदम पर उसके आराध्य देवों के दर्शन होते हैं भगवान मनुष्य के मन के भाव देखते हैं उसका प्रेम देखते हैं उसकी आस्था देखते हैं और ईश्वर के प्रति उसकी लग्न देखते आस्था और भक्ति हमें देवी देवताओं के पावन दर्शन करा देती हैं अगर आप भगवान के मंदिर जा रहे हैं जरूरी नहीं आप मिष्ठान फल ले जाये अगर आपके पास कुछ नहीं है तो आप घर से एक मुट्ठी चावल दो मुट्ठी आटा भी श्रद्धा भाव के साथ मंदिर आश्रम गुर धाम ले जा सकते हैं भगवान उसे पूरे हर्ष के साथ स्वीकार करते हैं जैसे भगवान कृष्ण ने सुदामा जी के एक मुट्ठी चावल को स्वीकार किया था अगर आपका प्रेम सच्चा है आपकी आस्था सच्ची है आपकी श्रद्धा सच्ची है आपकी सोच अच्छी है तो आपकी सूक्ष्म आराधना भगवान को स्वीकार होती है

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