*जरूरी नहीं रोशनी चिरागों से ही हो, शिक्षा से भी घर रोशन होते हैं*

*02 चरणों में चलाया जा रहा अभियान*

*475 बच्चों का सत्यापन करते हुए अभी तक 263 बच्चों का अलग-अलग स्कूलों में कराया गया दाखिला*

*हरिद्वार पुलिस का “ऑपरेशन मुक्ति अभियान” ला रहा बच्चों के चेहरों पर खुशी*

*घर से भागकर आए 12 बच्चों को रेस्क्यू कर 11 बच्चों को किया परिजनों के सुपुर्द*

*मजबूरन भिक्षावृत्ति में लगे बच्चों के लिए हरिद्वार पुलिस कर रही नेक काम:: एसएसपी हरिद्वार*

*“Support to educate a child”*

भिक्षावृत्ति, कुड़ा बीनने, गुब्बारे बैचने आदि कार्यों में लिप्त बच्चों को समाज की मुख्यधारा में जोड़कर उनके लिए शिक्षा के द्वार खोलने के लिए मुख्यालय स्तर पर मिले निर्देशों के आधार पर एसएसपी अजय सिंह द्वारा जनपद हरिद्वार में 04अलग-अलग टीमें गठित की गई

“भिक्षा नहीं, शिक्षा दें” थीम के तहत चलाए गए “ऑपरेशन मुक्ति” हेतु गठित टीमों द्वारा
*01 मार्च से 31 मार्च 2023 तक अभियान के प्रथम चरण में पूर्व में सत्यापित कुल 638 बच्चों का पुनः सत्यापन किया गया तो 132 बच्चे विद्यालयों में अध्ययनरत थे* खानाबदोश जीवनयापन कर रहे शेष 506 बालक-बालिकाओं में से अधिकांश के हरिद्वार से पलायन करने के कारण अनेक कठिनाइयों का सामना करने के उपरांत टीमों द्वारा 79 बच्चों की तलाश की गई तथा उनसे व उनके अभिभावकों से बातचीत कर काउंसलिग के उपरांत उक्त *79 बच्चों का विद्यालयों में पुनः प्रवेश कराया गया*

01 अप्रैल 2023 से शुरु किए गए अभियान के द्वितीय चरण में टीमों द्वारा ऑपरेशन मुक्ति अभियान के प्रचार प्रसार हेतु लगातार जन जागरूकता, गोष्ठियों एवं बस्तियों, कॉलोनियों, गांव, विद्यालय में जाकर लघु गोष्ठियों का भी आयोजन किया जा रहा है। छात्र-छात्राओं को बाल श्रम, बाल भिक्षावृत्ति, बालविवाह, बन्धुआ मजदूरी, साईबर अपराध से सम्बंधित जानकारी (1930),चाइल्ड हेल्पलाइन नम्बर 1098,महिला हेल्प लाइन नम्बर 1090, महिला उत्पीड़न, उत्तराखण्ड पुलिस एप को इंस्टाल करने की प्रक्रिया,मानव/ मानव अंगों की तस्करी के बारे में जागरूक किया जा रहा है।

इसके अतिरिक्त रेलवे पुलिस
बल हरिद्वार के साथ समन्वय स्थापित कर रेलवे स्टेशन व बस स्टेशन में भी “भिक्षा नही शिक्षा” विषय पर आने जाने वाले यात्रियों को भी लगातार जागरूक किया जा रहा है।

जनपद के विभिन्न धार्मिक स्थलों, स्कूल, कालेज एवं सार्वजनिक स्थानों पर नुक्कड़ नाटक, शार्ट फिल्म, पोस्टर, बैनर एवं ध्वनि विस्तारण यंत्र के माध्यम से आमजन को असहाय/ गरीब बच्चों को भिक्षा के बजाए शिक्षा देने के लिए प्रेरित करते हुए पूरे *जनपद में 475 नए बच्चों को चिन्हित कर सत्यापन अभियान चलाया गया। उक्त बालक बालिकाओं में से *263 बच्चों का जनपद के अलग-अलग प्राथमिक विद्यालय/आंगनबाड़ी में दाखिला कराया गया*

शेष बच्चों के विद्यालय में दाखिले हेतु विभिन्न प्रमाण पत्र संग्रहित करने की प्रक्रिया प्रचलित है। जिसकी स्थानीय लोगों द्वारा एवं बाहरी राज्यों से आने वाले यात्रियों द्वारा भी प्रशंसा की जा रही है।

उक्त के अतिरिक्त एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट द्वारा 01 मार्च 2023 से अभी तक 12 बच्चों का रेस्क्यू कर उक्त में से 11 बच्चों को सकुशल उनके परिजनों के सुपुर्द किया जा चुका है। शेष 01 बच्चे को बाल संरक्षण गृह में दाखिल कर परिजनों की तलाश की जा रही है।