जिलाधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी श्रीमती सोनिका ने प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान निष्पक्ष एवं पारदर्शिता के साथ निर्वाचन सम्पन्न कराने हेतु कार्मिकों की शंकाओं का किया समाधान। उन्होंने कहा कि चुनाव को बोझ न समझे बल्कि लोकतंत्र के इस महापर्व में जिम्मेदारी से अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुए सफलता पूर्वक सम्पन्न कराएं।
बैठक में जिलाधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी श्रीमती सोनिका ने कार्मिकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि निर्वाचन कहा कि निर्वाचन कार्यो में पीठासीन अधिकारी एवं मतदान पार्टी की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। एक भी गलती समस्त निर्वाचन प्रक्रिया की पारदर्शिता एवं निष्पक्षता पर प्रश्न चिन्ह लगाती है तथा कार्यवाही का कारण बनती है। इसलिए कार्मिक अपनी-अपनी भूमिका को अच्छे से समझते हुए अपने दायित्वों का निर्वहन जिम्मेदारी से करें। लोकतंत्र के इस महापर्व को निष्प्क्षता एवं पारदर्शिता दायित्वों का निर्वहन करते हएु सफल बनाए। उन्होंने सभी मतदान कार्मिकों से वोट देने की अपील की। मॉक पोल समय से पूर्ण हो जाएं तथा निर्वाचन प्रक्रिया समय से शुरू हो जाए।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी/नोडल अधिकारी सुश्री झरना कमठान ने उपस्थित कार्मिकों उनके दायत्विों एवं जिम्मेदारियों को बारिकी से समझाया। आज प्रशिक्षण के द्वितीय दिवस में 1740 में से 1667 पीठासीन अधिकारी उपस्थित रहे जबकि 73 कार्मिक अनुपस्थित रहे।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी/नोडल अधिकारी कार्मिक/स्वीप झरना कमठान, उप जिलाधिकारी मसूरी डॉ दीपक सैनी, उप जिलाधिकारी हरगिरी गोस्वामी, नगर आयुक्त नगर निगम ऋषिकेश शेलेन्द्र नेगी, उप नगर आयुक्त नगर निगम देहरादून गोपालराम बिनवाल सहित समस्त एआरओ उपस्थित रहे। मास्टर ट्रेनर/निदेशक ग्राम्य विकास अभिकरण विक्रम सिंह, सहायक नोडल प्रशिक्षण डॉ मनीष बिष्ट एवं गिरीश थपलियाल, संदीप वर्मा उपस्थित रहे।