पिथौरागढ़ : सीमा क्षेत्र में रहने वाले बच्चों की शिक्षा को बढ़ावा देने और उन्हें समर्थन प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, पंचशूल गनर्स ने पंचशूल ब्रिगेड के संरक्षण में गुंजी और गर्ब्यांग गांव के स्कूली बच्चों को शैक्षणिक सामग्री वितरित की। इस पुनीत पहल का उद्देश्य उन बच्चों की आवश्यकताओं को पूरा करना था, जो बुनियादी संसाधनों की सीमित उपलब्धता के कारण कई चुनौतियों का सामना करते हैं। इस अभियान के तहत बच्चों को नए जूते, स्कूल बैग, ट्रैकसूट, किताबें और स्टेशनरी आइटम वितरित किए गए। ये सामग्री न केवल उनकी शैक्षणिक गतिविधियों के लिए आवश्यक हैं, बल्कि इससे उनके आत्मविश्वास और सम्मान की भावना भी बढ़ती है।

 

यह सराहनीय प्रयास भारतीय सेना की उस प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जिसमें यह सुनिश्चित किया गया है कि इन दूरदराज़ के क्षेत्रों के बच्चे शिक्षा में बाधाओं का सामना किए बिना आगे बढ़ सकें। यह पहल एक समावेशी वातावरण बनाने की दिशा में उठाया गया कदम है, जिसमें हर बच्चे को आगे बढ़ने और राष्ट्र निर्माण में योगदान देने का समान अवसर मिलता है।

 

इस अवसर पर गुंजी ग्राम प्रधान श्री सुरेश गुंज्याल, गर्ब्यांग ग्राम प्रधान श्री बृजेश गर्ब्याल और उप-प्रधान श्री कृष्ण गर्ब्याल भी उपस्थित थे। उन्होंने भारतीय सेना के इस प्रयास के लिए आभार व्यक्त किया और कहा कि ऐसी पहल बच्चों को पढ़ाई में नई ऊर्जा और उत्साह के साथ जुटने के लिए प्रेरित करती है।

 

बच्चों के चेहरे पर खुशी और उत्साह इस कार्यक्रम की सफलता की कहानी खुद बयां कर रहे थे। यह पहल भारतीय सेना के उन प्रयासों को रेखांकित करती है जो दूरदराज के क्षेत्रों में बच्चों की अनूठी चुनौतियों को दूर कर वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम का समर्थन करते हुए भविष्य की पीढ़ी को सशक्त बनाने की दिशा में काम कर रही है।

error: Content is protected !!