राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तत्वावधान में विकास खंड अगस्त्यमुनि के अंतर्गत चोपड़ा धारकोट में आयोजित किशोर स्वास्थ्य दिवस के मौके पर 63 बच्चों की बीएमआई व नेत्र जांच की गई। इस अवसर पर मादक पदार्थों के सेवन/नशावृत्ति के दुष्प्रभाव व मोबाइल के अत्याधिक उपयोग के दुष्परिणाम विषय पर आयोजित पोस्टर प्रतियोगिता में संध्या अव्वल रही।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. विमल सिंह गुसांई ने बताया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत 10-19 आयु वर्ग के किशोर-किशोरियों के स्वास्थ्य को लेकर राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम चलाया जा रहा है, जिसके अंतर्गत ब्लाक में वर्षभर में 07 किशोर स्वास्थ्य दिवसों के आयोजन का लक्ष्य रखा गया था। इसी क्रम में 6वां किशोर स्वास्थ्य दिवस अगस्त्यमुनि ब्लाॅक के अंतर्गत राउप्रावि चोपड़ा धारकोट में आयोजित स्वास्थ्य शिविर में उप्रावि के 31 बच्चों की बीएमआई जांच की गई, जिसमें से 05 बच्चों की बीएमआई सामान्य से कम पाया गया। जिन्हें भोजन में जरूरी जरूरी पोषण को शामिल करने की सलाह दी। इस अवसर पर उप्रावि व प्रावि चोपड़ा के 63 बच्चों के नेत्रों की जांच की, जिसमें से 03 बच्चे दृष्टि दोष से पीड़ित पाए गए जबकि एक बच्चे को जिला चिकित्सालय रेफर किया गया।
कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में मादक पदार्थों के सेवन/नशावृत्ति के दुष्प्रभाव व मोबाइल के अत्याधिक उपयोग के दुष्परिणाम विषय पर आयोजित गोष्ठी व पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें कक्षा आठ की छात्रा संध्या व शालिनी ने क्रमशः प्रथम, व द्वितीय स्थान हासिल किया, जबकि कक्षा सात के छात्र आदित्य कुमार तृतीय स्थान पर रहे।
गोष्ठी में आरकेएसके काउंसलर विपिन सेमवाल ने कहा कि किशोर अवस्था विकास की एक महत्वपूर्ण अवस्था है, जिसमें न सिर्फ शारीरिक बल्कि मानसिक बदलाव के प्रति जागरूक होना बेहद जरूरी है। उन्होंने किशोर अवस्था से संबंधित समस्याओं को लेकर काउंसलिंग भी की। उन्होंने मादक पदार्थों के सेवन के दुष्प्रभाव के बारे में भी छात्र-छात्राओं को आगाह किया। नेत्र सहायक राजेश पुरोहित ने मोबाइल के अत्याधिक उपयोग के कारण आंखों पर होने पर बुरे प्रभाव की जानकारी देते हुए नेत्र सुरक्षा को लेकर आवश्यक जानकारी दी। प्रधानाध्यापक उप्रावि राजेंद्र सिंह जगवाण ने आज के प्रतिस्पद्र्धा के दौर में किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम को स्वास्थ्य विभाग की बेहतर पहल बताते हुए छात्रों को पोषण व स्वास्थ्य को लेकर जागरूक होने के लिए प्रोत्साहित किया।
इस अवसर पर प्रधानाध्यापक प्रावि सविता, कुसुमलता थपलियाल, महावीर सिंह नेगी, इंद्र भट्ट, दिगपाल कंडारी आदि मौजूद रहे।