अपर जिलाधिकारी(प्रशासन)/उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्री पी0एल0 शाह ने बैठक में भारत निर्वाचन आयोग के मतदेय स्थलों के सम्बन्ध में जारी दिशा-निर्देशों का उल्लेख करते हुये बताया कि जिन मतदेय स्थलों में मतदाताओं की संख्या 1500 से अधिक हो गयी है, जो जीर्ण-शीर्ण या जर्जर की स्थिति में हैं या जिन मतदेय स्थलों का नाम परिवर्तित किया गया है, नया मतदेय स्थल बनाने की व्यवस्था है। उन्होंने बताया कि जनपद हरिद्वार में केवल एक ही मतदेय स्थल है, जहां 1500 से अधिक मतदाताओं की संख्या हो रही है, सात मतदेय स्थलों का नाम परिवर्तन किया गया है तथा 13 मतदेय स्थल ऐसे हैं, जो जर्जर तथा जीर्ण-शीर्ण की स्थिति में हैं, के स्थान पर नये मतदेय स्थल बनाये गये हैं।
श्री पी0एल0 शाह ने विस्तार से जानकारी देते हुये बताया कि 25 विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र हरिद्वार के एक मतदेय स्थल में परिवर्तन किया गया है, 26 बीएचईएल में एक सहायक मतदेय स्थल बनना है, 27 ज्वालापुर के मतदेय स्थलों में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है, 28 भगवानपुर में एक मतदेय स्थल जीर्णशीर्ण है, उसे स्थानान्तरित किया गया है, 29 झबरेड़ा के चार मतदेय स्थलों में परिवर्तन किया गया है, 30 पिरान कलियर मंे चार मतदेय स्थलों में परिवर्तन किया गया है, 31 रूड़की में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है, 32 खानपुर के दो मतदेय स्थलों में नाम परिवर्तन किया गया है, 33 मंगलौर में तीन मतदेय स्थल परिवर्तित किये गये हैं, 34 लक्सर के तीन मतदेय स्थलों के नाम परिवर्तित किये गये हैं इसी प्रकार 35 हरिद्वार ग्रामीण के दो मतदेय स्थलों को भवन के जीर्ण-शीर्ण होने की वजह से परिवर्तित किया गया है।
इस अवसर पर संयुक्त मजिस्ट्रेट रूड़की श्री दिवेश शाशनी, एसडीएम लक्सर श्री गोपाल चौहान, एसडीएम भगवानपुर श्री जितेन्द्र कुमार, एएसडीएम रूड़की श्री विजयनाथ शुक्ल, भाजपा से श्री नकली सिंह सैनी, सीपीआई(एम) से श्री राजीव गर्ग, सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी श्री अरूणेश पैन्यूली, तहसीलदार हरिद्वार श्रीमती रेखा आयार्, रजिस्ट्रार कानून गो श्री अमरीष शर्मा, आरके श्री रमेश प्रसाद, श्री आलोक, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी श्री देवेन्द्र अधिकारी, प्रशासनिक अधिकारी श्री उदय वीर सिंह बर्थवाल सहित सम्बन्धित पदाधिकारी एवं अधिकारीगण उपस्थित थे।