हरिद्वार :  एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल की अध्यक्षता में पुलिस मुख्यालय हरिद्वार में सैनिक सम्मेलन एवं माह अक्टूबर की अपराध गोष्ठी आयोजित की गई।

 

सैनिक सम्मेलन में सर्वप्रथम जवानों की समस्याओं को जानने एवं उनका निस्ताऱण करने के पश्चात श्री डोबाल द्वारा उम्दा पुलिसिंग करने पर मैन ऑफ द मंथ के तौर पर चयनित 24 पुलिस कर्मियों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।

 

मैन ऑफ द मंथ बने जवानों के साथ ग्रुप फोटो के पश्चात शुरु हुई माह अक्टूबर की क्राइम मीटिंग में कप्तान द्वारा विभिन्न बिन्दुओं पर चर्चा करते हुए मातहतों को निम्नलिखित महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए गए-

 

1- माननीय न्यायालय से प्राप्त होने वाले आदेश निर्देशों का सभी क्षेत्राधिकारी एवं थानाध्यक्ष प्राथमिकता के आधार पर पालन करवाना सुनिश्चित करें। इसमें किसी प्रकार की कोताही न हो। कोई भी लापरवाही प्रदर्शित होने पर संबंधित प्रभारी जिम्मेदार होंगे।

 

2- रात्रि में हो रही सड़क दुर्घटनाओं पर गंभीर एसएसपी द्वारा बैठक में उपस्थित समस्त अधिकारीगण के साथ विचार-विमर्श उपरांत पुलिस अधीक्षक यातायात को 02 दिवस के भीतर जनपद में लागू की जाने वाली योजना का एक रोड़ मैप तैयार करते हुए उक्त योजना को धरातल पर लागू करने के निर्देश दिए गए जिससे कि सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लग सके।

 

3- रात्रि में नियमित रुप से थाना क्षेत्र में पड़ने वाले बार/होटलों का औचक निरीक्षण कर उनकी अनुमति के अनुसार संचालन की स्थिति को परखा जाए। नियम विरुद्ध संचालन पर संचालकों के विरुद्ध सख्त वैधानिक कार्यवाही अमल में लाई जाए।

 

4- ओवर स्पीड, रैश ड्राइविंग एवं रॉन्ग साइड ड्राइव करने वालों के खिलाफ आज सांय से ही अभियान चलाते हुए उनके विरुद्ध आवश्यक वैधानिक कार्यवाही की जाए।

 

5- थाना क्षेत्र में किसी भी प्रकार की दुर्घटना होने पर संबंधित थाना प्रभारी स्वयं मौके पर पहुंचेंगे एवं वस्तुस्थिति से उच्चाधिकारियों को अवगत कराना सुनिश्चित करेंगे।

 

6- सभी थाना प्रभारी आगामी दिनों में कोहरे के चलते होने वाली सड़क दुर्घटनाओं की संभावनाओं को कम करने के लिए वाहनों पर रिफ्लेक्टर लगाए जाने की कार्यवाही को गंभीरता से लेते हुए अपने-अपने क्षेत्र में अभियान चलाएंगे।

 

7- सभी थाना प्रभारी आमजन से संयमित व्यवहार अमल में लाएं एवं अपने अधिनस्थों को भी उक्त संबंध में ब्रीफ करें। कुछ जगहों से अच्छे से व्यवहार न किए जाने की शिकायतें आ रही हैं जो उचित नहीं है।

 

8- सभी थाना प्रभारी नियमित रूप से प्रतिदिन कम से कम 02 घंटे का समय जनता की समस्याओं को सुन, उनके निस्तारण के लिए देंगे।

 

9- थाना परिसरों में साफ-सफाई का सभी प्रभारी विशेष ध्यान रखें। नियुक्त सफाई कर्मियों के वेतन भुगतान की किसी भी प्रकार की समस्या हो तो मेरे कार्यालय से पत्राचार करें।

 

10- थानों में लावारिस/माल-मुकदमा वाहनों की नीलामी प्रक्रिया को पूरा करने के लिए कमेटी गठित करें तथा प्रगति से मेरे कार्यालय को अवगत कराएं।

 

11- निरीक्षण के दौरान थानों के आगंतुक रजिस्टर अध्यावधिक न मिलना लापरवाही है जबकि बार-बार मेरे स्तर से निर्देशित किया जाता रहा है। समस्या लेकर थाने आने वाले हर आगंतुक का विवरण आंगतुक रजिस्टर में अंकित किया जाए जिसका प्रतिदिन संबंधित थानाध्यक्ष अवलोकन करेंगे।

 

12- पुलिसकर्मियों की ड्यूटी रोटेशन प्रणाली के मुताबिक लगाई जाए। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही प्रदर्शित नही होनी चाहिए। संबंधित एसपी/सीओ प्रत्येक 15 दिवस में ड्यूटी रजिस्टर का अवलोकन कर मुझे रिपोर्ट करेंगे।

 

13- बैंक, सर्राफा बाजार इत्यादि महत्वपूर्ण स्थानों पर नियमित रुप से गस्त/पिकेट नियुक्त की जाए जिससे कि होने वाली घटनाओं पर लगाम लगायी जा सके।

 

14- विद्यालयों के खुलने व बंद होने के समय चेतक एवं अन्य पुलिस कर्मियों को नियुक्त किया जाए ताकि अवांछनीय तत्वों से होने वाली छेड़खानी पर रोक लग सके।

 

15- थाना प्रभारी अपने क्षेत्र में स्थित फैक्ट्री, कारखानों एवं शुगर मिल में कच्चा माल लाने व तैयार माल ले जाने वाले वाहनों के आवागमन का समय निर्धारित करें एवं सुनिश्चित करें कि उक्त वाहन किसी भी दशा में ओवरलोड़िंग न करें।

 

16- एआरटीओ एवं प्रशासन के साथ समन्वय स्थापित कर संयुक्त चैकिंग अभियान चलाए जाएं।

 

17- ईनामी/ वांछित अभियुक्तों की गिरफ्तारी की दिशा में अच्छा कार्य किया गया है। ग्राफ में और अधिक सुधार के लिए हमें और अधिक प्रयास करने की जरुरत है।

 

18- चोरी/लूट जैसे गंभीर प्रकरणों में रिकवरी रेट बढ़ाते हुए अपराधियों को सलाखों के पीछे भेजने के लिए कड़े प्रयास किए जाएं। मैं देख रहा हूं कि चोरी की घटनाओं को कुछ थानों द्वारा सीरियसली नहीं लिया जा रहा है।

 

19- दर्ज मुकदमों की विवेचना में पूर्ण तरीके से पारदर्शिता बरती जाए। संबंधित पुलिस अधीक्षक एवं क्षेत्राधिकारी उक्त तथ्य को इन्स्योर करें। पीड़ित की समस्या को अच्छी तरह सुनकर अग्रेतर कार्यवाही की जाए।

 

20- सभी थाना प्रभारी सड़क दुर्घटना संबंधी प्रकरणों में समय से MACT की रिपोर्ट प्रेषित करना सुनिश्चित करें।

 

21- धोखाधड़ी के मामलों में दर्ज मुकदमों में हुई प्रगति के बारे में संबंधित सीओ एसपी सिटी/एसपी देहात को रिपोर्ट करेंगे। धोखाधड़ी के बड़े मामले और उनमें की गई गिरफ्तारी की सूचना समय से प्रेषित करें।

 

22- गैंगस्टर्स की संपत्ति के जब्तिकरण में सर्किल ऑफिसर्स भी अपनी जिम्मेदारी पूरी निभाते हुए मामलों का पर्यवेक्षण करें।

 

23- ड्रंक एण्ड ड्राइव के मामलों में लाइसेंस निरस्तीकरण की रिपोर्ट भी प्रेषित की जाए।

 

24- अगले 15 दिवस के अंदर अभियान चलाते हुए 1 वर्ष से अधिक लंबित विवेचनाओं को समाप्त किया जाए।

 

25- वाहन चेकिंग इफेक्टिव होनी चाहिए।

 

 

 

एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह, एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह, एसपी ट्रैफिक/क्राइम पंकज गैरोला, एएसपी/सीओ सदर जितेंद्र मेहरा, सीओ रुड़की नरेन्द्र पंत, सीओ मंगलौर विवेक कुमार, सीओ ज्वालापुर शांतनु पाराशर, प्रभारी सीओ सिटी राकेश रावत, सीओ ट्रैफिक/बुग्गावाला नताशा सिंह, व जनपद के समस्त प्रभारी निरीक्षक/थानाध्यक्ष/शाखा प्रभारी उपस्थित रहे।

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