मुख्य विकास अधिकारी नरेश कुमार ने मंगलवार को विकास भवन में प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना एवं प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना की वार्षिक समीक्षा करने के साथ ही अगले वर्ष के लिए प्रस्तावित विकास कार्य एवं प्रस्ताव सुने। कृषि, उद्यान, मत्स्य एवं लघु सिंचाई विभाग के प्रस्तावों पर विस्तृत चर्चा करने के साथ जनपद में योजनाओं को बढ़ावा देने के लिए सुझाव भी लिए गए।
मुख्य कृषि अधिकारी लोकेंद्र सिंह बिष्ट ने प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत जिला सिंचाई योजना में 9.21 करोड़ रुपए के प्रस्ताव मुख्य विकास अधिकारी के समक्ष रखे। मुख्य कृषि अधिकारी ने बताया कि योजना के तहत कृषि विभाग, उद्यान विभाग एवं लघु सिंचाई संयुक्त रूप से फसलों का उत्पाद बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने फसल वित्त मान निर्धारण 2024- 25 के प्रस्ताव रखे किए जिसपर जिला स्तरीय क्रियान्वयन समिति ने विभिन्न सुझाव पेश किए।
प्रभारी मत्स्य विभाग संजय बुटोला ने प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत करीब 3 करोड़ रुपए के प्रस्ताव पेश किए। जिसके अंतर्गत 50 टैंक निर्माण, कियोस्क निर्माण, मोटर साइकिल खरीद के लिए सहयोग करने सहित अन्य प्रस्ताव शामिल रहे।
मुख्य विकास अधिकारी नरेश कुमार ने मुख्य कृषि अधिकारी को जनपद की फसलों का अलग से न्यूनतम समर्थन मूल्य प्रस्तावित करने की निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि रुद्रप्रयाग एक ऑर्गेनिक जनपद है इसलिए जनपद में उत्पादित फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य इसी आधार पर होना चाहिए। इसके लिए आवश्यक कार्यवाही की जाए। मुख्य विकास अधिकारी ने कृषि विभाग को घोड़े- खच्चरों को वित्तमान निर्धारण सूची में शामिल करने के लिए आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश भी दिए। वहीं मत्स्य विभाग को मछली उत्पादन बढ़ाने के साथ ही विपणन के लिए विशेष प्रयास करने के निर्देश दिए। साथ ही बड़े किसानों के साथ छोटे किसानों का कलस्टर तैयार कर मछली उत्पादन बढ़ाने के प्रयास करने को भी कहा।
इस अवसर पर मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ आशीष रावत, जिला उद्यान अधिकारी योगेन्द्र चैधरी, अधिशासी अभियंता खुशवंत सिंह चैहान, निबंधक सहकारिता आरएस राणा, केवीके प्रभारी डॉ संजय सचान, लीड बैंक मैनेजर चतर सिंह, डॉ एनसी कंडारी, कृषक लीलानंद, कुंवर सिंह सहित अन्य अधिकारी, कर्मचारी एवं कृषक मौजूद रहे।