जिलाधिकारी सौरभ गहरवार ने जिला कार्यालय एनआईसी कक्ष में मनरेगा एवं अमृत सरोवरों व प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत किए जा रहे कार्यों की विकास खंड वार समीक्षा की। उन्होंने बैठक में सभी खंड विकास अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि मनरेगा के तहत जो भी कार्य निर्माणाधीन हैं उन कार्यों को शीघ्रता से शीघ्र पूर्ण करते हुए शत-प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने के निर्देश दिए। इसमें किसी भी तरह से कोई ढिलाई एवं शिथिलता न बरती जाए।

अमृत सरोवरों की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने सभी खंड विकास अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि खंड विकास अधिकारी उनकी विकास खंडों में एक गांव का चयन करते हुए जिस गांव के सर्वागीण विकास के लिए कलस्टर पर आधारित प्रोजेक्ट तैयार करते हुए एक माॅडल गांव तैयार किया जाए, जिसमें क्षेत्र में पशुपालन, डेयरी, कुक्कुट पालन, मत्स्य, उद्यानीकरण, कृषि, पर्यटन से संबंधित गतिविधियां, एनआरएलएम के तहत गठित समूहों द्वारा किए जा रहे कार्यों आदि के संबंध में संबंधित विभागों के साथ गांव का सर्वे करते हुए विस्तृत कार्य योजना 10 जनवरी, 2024 तक उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए। उन्होंने मत्स्य निरीक्षक को भी निर्देश दिए हैं कि सभी विकास खंडों में तैयार किए जा रहे अमृत सरोवरो में मत्स्य पालन को देखते हुए प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही संबंधित उप जिलाधिकारी के साथ संबंधित क्षेत्र की भूमि का निरीक्षण करते हुए भूमि किस श्रेणी की है इस इस संबंध में विस्तृत आख्या उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए।

प्रधानमंत्री आवास योजना की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने पाया कि निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष आवासों का कार्य पूर्ण नहीं किया गया है जिस पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए 10 जनवरी, 2024 तक सभी खंड विकास अधिकारियों को लक्ष्य हासिल करने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी खंड विकास अधिकारियों को हिदायत दी है कि निर्धारित तिथि तक लक्ष्य हासिल न करने पर संबंधित खंड विकास अधिकारियों के विरुद्ध आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी। इस संबंध में जिलाधिकारी ने मुख्य विकास अधिकारी को भी प्रतिदिन खंड विकास अधिकारियों की माॅनीटरिंग करने के भी निर्देश दिए गए।

इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी नरेश कुमार, जिला विकास अधिकारी अनीता पंवार, उप जिलाधिकारी आशीष घिल्डियाल, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डाॅ. आशीष रावत, मुख्य कृषि अधिकारी लोकेंद्र सिंह बिष्ट, जिला उद्यान अधिकारी योगेंद्र सिंह चैधरी, मत्स्य निरीक्षक संजय बुटोला, खंड विकास अधिकारी अगस्त्यमुनि प्रवीण भट्ट, ऊखीमठ सूर्य प्रकाश शाह, तहसीलदार रुद्रप्रयाग राम किशोर ध्यानी, बसुकेदार प्रताप सिंह, जिला परियोजना प्रबंधक रीप बीके भट्ट सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।