उत्तराखंड : जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने सोमवार को जल जीवन मिशन के अन्तर्गत संचालित कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने कार्यदायी संस्थाओं को जल जीवन मिशन के दूसरे चरण में स्वीकृत योजनाओं को तेजी से पूर्ण करने के निर्देश दिए।

जिलाधिकारी ने कहा कि जल जीवन मिशन एक महत्वाकांक्षी योजना है। उन्होंने निर्देशित किया कि योजना के तहत संचालित कार्यो को गुणवत्ता के साथ मिशन मोड में पूरा किया जाए। जो योजनाएं पूर्ण हो गई है, उनकी जियो टैगिंग की जाए। कर्णप्रयाग, नारायणबगड़ और गैरसैंण ब्लाक में एफएचटीसी के शेष कार्यो को जल्द से जल्द पूरा करें। हर घर जल ग्रामों के सत्यापन कार्यो में प्रगति लाए। कहीं पर कोई समस्या हो तो तत्काल अवगत कराए, ताकि समस्या का तत्काल समाधान किया जा सके। इस दौरान सभी डिवीजनों के अन्तर्गत संचालित कार्यों की समीक्षा की गई और कार्यदायी संस्थाओं को अवशेष कार्यों को जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिए गए।

जल संस्थान के अधीक्षण अभियंता सुशील कुमार सैनी ने बताया कि जल जीवन मिशन के अन्तर्गत जनपद में 76532 घरेलू जल संयोजन के सापेक्ष 76478 घरेलू जल संयोजन किए जा चुके है और 99.93 प्रतिशत एफएचटीसी का कार्य पूरा कर लिया गया है। कर्णप्रयाग, नारायणबगड़ और गैरसैंण में कुल 54 एफएचटीसी का कार्य शेष है, जो जुलाई माह तक पूरा कर लिया जाएगा। बाकी सभी विकास खंडों में एफएचटीसी का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। पेयजल योजनाओं के पुनर्गठन एवं जल स्रोतों के सुधारीकरण हेतु दूसरे चरण में स्वीकृत 571 योजनाओं में से 331 का कार्य पूर्ण कर लिया गया है और 240 योजनाओं का कार्य प्रगति में है। हर घर जल के अंतर्गत 752 गांवों के सापेक्ष 145 गांवों में सत्यापन कार्य पूरा कर लिया गया है।

बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह, जल संस्थान के अधीक्षण अभियंता सुशील कुमार सैनी, अधिशासी अभियंता एसके श्रीवास्तव, जल निगम के अधिशासी अभियंता अरुण प्रताप सिंह, अधिशासी अभियंता मुकेश कुमार सहित सभी संबधित अधिकारी उपस्थित थे।