श्री केदारनाथ धाम यात्रा को सुगम एवं सुव्यवस्थित ढंग से संचालित करने के लिए जिलाधिकारी सौरभ गहरवार निरंतर धरातल पर व्यवस्थाओं को अवलोकन कर सुधार करवा रहे हैं। जिलाधिकारी द्वारा आज गुरुवार को केदारनाथ यात्रा मार्ग में संचालित विभिन्न हेली कंपनियों के हेलीपैड का निरीक्षण कर सुरक्षा, अभिलेखों एवं साफ-सफाई व्यवस्थाओं का जायजा लिया। स्वच्छता व्यवस्थाओं में लापरवाही पर विभिन्न संस्थानों पर 87900 रुपए का चालान किया गया। जिसमें अलग- अलग कार्रवाई के अंतर्गत जिला पंचायत द्वारा 10400, सेक्टर मजिस्ट्रेट द्वारा 52500 एवं आपदा प्रबंधन अधिकारी द्वारा 25 हजार रुपए का चालान किया गया।
फाटा में संचालित हेली कंपनी थुंबी एविएशन एवं ट्रांस भारत में उचित साफ-सफाई व्यवस्था न पाए जाने पर जिलाधिकारी द्वारा नाराजगी व्यक्त करते हुए संबंधित कंपनियों पर 45000 हजार रुपए का अर्थदंड लगाया गया। इसके साथ यात्रा मार्ग पर स्थित अन्य हेली कंपनियों का निरीक्षण करते हुए साफ-सफाई एवं अन्य व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया। इसके साथ ही यात्रा मार्ग में संचालित विभिन्न होटल एवं रेस्तरां का भी निरीक्षण जिलाधिकारी ने किया। 16 होटल एवं रेस्तरां द्वारा आसपास सफाई न रखने एवं कूड़ा फैलाने पर 42,900 रूपए का चालान किया गया। जिसमें सर्वाधिक 20 हजार रूपए का चालान तुरिया हेली रिजार्ट एवं शिवाय इन होटल एवं रेस्तरां का 10 हजार रूपए का चालान किया गया।
जिलाधिकारी ने सभी होटल संचालक एवं हेली कंपनियों के संचालकों को सख्त हिदायत दी है कि यदि भविष्य में किसी भी होटल संचालक एवं हेली कंपनी द्वारा दोबारा स्वच्छता के मामलों में लापरवाही बरती गई या गंदगी फैलायी गई तो भारी अर्थदंड वसूलने के साथ ही कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी। उन्होंने सभी से सुगम व सुव्यवस्थित यात्रा संचालित करने में प्रशासन का सहयोग करने को कहा।
मानसून के दृष्टिगत जिलाधिकारी द्वारा जिला आपाद प्रबंधन अधिकारी को निर्देश दिए गए हैं कि यात्रा मार्ग में अति संवेदनशील क्षेत्रों में जो भी टेंट एवं फड़ लगाए गए हैं उनको बिना देरी के हटा दिया जाए, ताकि प्राकृतिक आपदा के चलते कोई भी अप्रिय घटना का शिकार न हो। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी ने अवगत कराया है कि जिलाधिकारी के निर्देशन में उनके द्वारा यात्रा मार्ग से लेकर केदारनाथ धाम तक अति संवेदनशील एवं संवेदनशील में लगाए गए टेंट एवं फड़ों को हटाए जाने के कार्रवाई निरंतर जारी है। उनके द्वारा पूरे यात्रा मार्ग पर ऐसे स्थलों की लगातार निगरानी कर लोगों को ऐसे किसी भी स्थान पर टेंट या कोई भी कारोबार न लगाने की सलाह भी दी जा रही है।
इस अवसर पर उप जिलाधिकारी ऊखीमठ अनिल कुमार शुक्ला, रूद्रप्रयाग आशीष घिल्डियाल, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवाड़, जिला पर्यटन अधिकारी राहुल चैबे, तहसीलदार ऊखीमठ प्रदीप नेगी, सेक्टर अधिकारी पेके शर्मा सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे।